
MP News: ग्वालियर शहर की सड़क पर दिन दहाड़े बन्हेरी गांव के सरपंच की हत्या करने वाले शूटर पुष्पेंद्र रावत पर ग्वालियर पुलिस मेहरबान नजर आई. ग्वालियर पुलिस ने पुष्पेंद्र रावत को एक शॉर्ट एनकाउंटर में गिरफ्तार किया. गोली लगने से घायल जब पुष्पेंद्र रावत को जयारोग्य अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में लाया गया तो यहां ग्वालियर पुलिस के एक पुलिसकर्मी ने शातिर बदमाश पुष्पेंद्र रावत पर मेहरबानी दिखाते हुए मोबाइल फोन से उसकी बात करवाई. इसका वीडियो भी सामने आया है.
दरअसल, 9 अक्टूबर को पड़ाव थाना इलाके में बन्हेरी गांव के सरपंच विक्रम रावत की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. दिनदहाड़े इस वारदात को अंजाम दिया गया था. विक्रम रावत की गांव में हुई पुरानी रंजिश के चलते गोली मारकर हत्या की गई थी. इस वारदात का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया था जिसके बाद काफी हंगामा हुआ था. बन्हेरी गांव में कई घर जला दिए गए थे और लूटपाट भी हुई थी. इस मामले में पुलिस ने तकरीबन आधा दर्जन लोगों को आरोपी बनाते हुए उन पर एफआईआर दर्ज की और चार आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया था.
जवाबी फायरिंग में लगी गोली
मंगलवार की देर शाम को पुलिस को सूचना मिली थी कि इस हत्याकांड का मास्टरमाइंड पुष्पेंद्र रावत पनिहार टोल के पास देखा गया है. इसी सूचना पर से पुलिस की टीम पुष्पेंद्र को गिरफ्तार करने के लिए पहुंची. पुलिस को देखकर बाइक पर सवार पुष्पेंद्र ने जंगल में भागने की कोशिश की. पुलिस की टीम ने जब पुष्पेंद्र का पीछा किया तो पुष्पेंद्र ने पुलिस पर फायरिंग कर दी. जवाब में पुलिस ने गोलियां चलाईं जिसमें एक गोली आरोपी के पैर में जा लगी.
शॉर्ट एनकाउंटर में घायल आरोपी को लेकर पुलिस की टीम तुरंत अस्पताल पहुंची. भारी पुलिस सुरक्षा के बीच आरोपी को अस्पताल लाया गया. इस दौरान पुष्पेंद्र काफी चिल्ला भी रहा था लेकिन थोड़ी ही देर बाद नजारा एकदम बदल गया.
पुलिसकर्मी करा रहा था आरोपी की किसी से बात
अस्पताल के अंदर सिविल ड्रेस में मौजूद एक पुलिसकर्मी ने पुष्पेंद्र पर दरिया दिल्ली दिखाते हुए मोबाइल फोन उसे देकर किसी से उसकी बात कराई. अस्पताल के अंदर उपचार के दौरान पुष्पेंद्र मोबाइल फोन पर बात करता हुआ नजर आया और इसके बाद कमर में पिस्टल लगाए हुए पुलिसकर्मी ने पुष्पेंद्र से मोबाइल वापस ले लिया. यह पूरा नजारा मीडिया के कमरे में भी कैद हो गया.
आरोपी पुष्पेंद्र पर इस तरह दरिया दिली दिखाए जाने से पुलिस की भूमिका पर भी सवाल उठ रहे हैं कि दिनदहाड़े बीच सड़क पर किसी की जान लेने वाले और पुलिस पर गोलियां चलने वाले शातिर बदमाश पर पुलिस इतना मेहरबान क्यों हो गई कि उसे मोबाइल फोन पर बात करवाई जा रही है?
पुलिस की कार्रवाई पर उठे सवाल
पुलिस की मेहरबानी को देखकर एनकाउंटर पर भी सवाल खड़े होने लगे हैं कि वाकई में पुलिस ने एनकाउंटर करते हुए पुष्पेंद्र रावत को गिरफ्तार किया है या इसके पीछे की कहानी कुछ और ही है? फिलहाल इन सवालों के जवाब नहीं मिल सके हैं लेकिन पुलिस के इस दोहरे चेहरे को देखकर पुलिस की कार्रवाई पर सवालिया निशान जरूर लग रहे हैं.
क्या है पूरा मामला
गौरतलब है कि बीते 9 अक्टूबर को सुबह ग्वालियर शहर में बन्हेरी गांव के सरपंच की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. जानकारी के मुताबिक, सरपंच विक्रम रावत सोमवार सुबह अपनी कार से पड़ाव थाना इलाके के कांति नगर के दूसरे मकान जा रहे थे. जैसे ही उनकी कार लोको रोड पर ही पहुंची, सामने बाइक से आए शूटर ने गोलियों से भूनकर हत्या कर दी थी. पुरानी रंजिश के चलते गांव के एक परिवार ने एक वारदात को अंजाम दिया था.