
खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह की तलाश में पंजाब पुलिस लगातार छापेमार कार्रवाई कर रही है. इस बीच, केंद्रीय जांच एजेंसियां भी एक्टिव मोड में आ गई हैं. अमृतपाल के 4 करीबी सहयोगियों से राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (NSA) पूछताछ करेगी. इन चारों आरोपियों को असम की डिब्रूगढ़ सेंट्रल जेल भेजा गया है. यहां आरोपियों से अजनाला घटनाक्रम से लेकर खालिस्तान समर्थकों के बारे में पूछताछ की जाएगी. इसके साथ ही अमृतपाल के बारे में पुख्ता जानकारी जुटाए जाने की तैयारी है. इससे पहले 7 आरोपियों को अमृतसर की एक कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें 4 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा गया है.
जिन चार आरोपियों को डिब्रूगढ़ सेंट्रल जेल भेजा गया है, उनमें सरबजीत सिंह कलसी, भगवंत सिंह, गुरमीत सिंह गिल और बसंत सिंह का नाम शामिल है. अमृतपाल के चारों सहयोगियों को सुरक्षा कारणों से रविवार को डिब्रूगढ़ जिले में लाया गया. पुलिस और जांच एजेंसी की एक संयुक्त टीम लंबी पूछताछ करेगी. इस संबंध में असम के मुख्यमंत्री ने कहा कि यह पुलिस का एक-दूसरे के प्रति सहयोग का रवैया है. जब एक बार असम में गिरफ्तारी हुई थी तो हमने सुरक्षा कारणों से कुछ आरोपियों को बिहार के भागलपुर जेल में भेज दिया था. पंजाब पुलिस ने सोचा होगा कि संदिग्धों का असम में भेजना बेहतर है. यह पुलिस से पुलिस का सहयोग है.
हाई कोर्ट पहुंचा अमृतपाल का मामला
वहीं, अमृतपाल सिंह को लेकर हाईकोर्ट में एक याचिका दाखिल की गई. अमृतपाल को पेश करने की मांग की गई है. HC ने फिलहाल वारंट अफसर नियुक्त करने से इंकार किया है. पंजाब सरकार को नोटिस जारी किया है. इस मामले में मंगलवार को सुनवाई होगी. हाईकोर्ट के जस्टिस शेखावत के घर सुनवाई हुई. अमृतपाल की तरफ से ईमान सिंह खारा ने याचिका दाखिल की है.
अमृतपाल पर अब आर्म्स ऐक्ट में केस दर्ज
बताते चलें कि पुलिस ने अमृतपाल और उसके साथियों पर एक नया केस दर्ज किया है. ये मामला आर्म्स एक्ट में दर्ज हुआ है. अमृतसर ग्रामीण के एसएसपी सतिंदर सिंह ने बताया कि शनिवार को 7 लोगों को गिरफ्तार किया गया था. रात में उनके खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है. इस प्राथमिकी में अमृतपाल सिंह मुख्य आरोपी है. आरोपियों के कब्जे से 12 बोर के छह हथियार बरामद किए गए हैं और सभी हथियार अवैध हैं. अमृतपाल सिंह के खिलाफ चार केस दर्ज हो गए हैं, इनमें 2 केस हेट स्पीच के संबंधित हैं. दो मामले अमृतसर जिले के अजनाला थाने में हैं.
4 दिन की पुलिस कस्टडी में भेजे गए आरोपी
इससे पहले रविवार को अजनाला मामले में पुलिस ने गिरफ्तार 7 लोगों को बाबा बकाला कोर्ट में पेश किया, जिसके बाद उन्हें 23 मार्च तक पुलिस हिरासत में भेजा गया है. इस संबंध में अमृतसर ग्रामीण के एसपी जुगराज सिंह ने बताया कि आरोपियों से पूछताछ की जाएगी और खालिस्तान समर्थक अमृतपाल के बारे में जानकारी जुटाई जाएगी.
कई सवालों के जवाब तलाश रही पुलिस
पुलिस का कहना था कि आरोपियों से आगे पूछताछ की जाएगी. रिमांड में बड़े खुलासे होने की संभावना है. पुलिस के आला अधिकारियों की मानें तो अभी तक कई ऐसे सवाल हैं, जिनके जवाब की तलाश है. इस चार दिनों में पुलिस इन आरोपियों से सवालों के बारे में पूछताछ करेगी.
जल्द ही गिरफ्तार होगा अमृतपाल
पुलिस ने शनिवार को अमृतपाल के संगठन 'वारिस पंजाब दे' के 78 सदस्यों को गिरफ्तार किया था. एसएसपी ग्रामीण ने कहा कि अमृतपाल सिंह को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा. हमने यह कार्रवाई अजनाला एफआईआर के सिलसिले में की. अमृतपाल सिंह मौके से फरार हो गया लेकिन उसके 7 साथियों को गिरफ्तार कर लिया गया.
सिरसा में जारी किया गया अलर्ट
अमृतपाल मामले में पंजाब के बाद हरियाणा के सिरसा में भी पुलिस ने सुरक्षा बढ़ाई है. यहां अलर्ट जारी किया गया है. पुलिस का कहना है कि पंजाब की सीमा से सिरसा सटा हुआ है. यहां मोरीवाला गांव में अमृतपाल के समर्थन में प्रदर्शन हुआ है. पुलिस ने 60 प्रदर्शनकारियों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है. पुलिस अधीक्षक डॉ. अर्पित जैन ने कहा कि माहौल बिगाड़ने की किसी को इजाजत नहीं है. पंजाब की स्थिति के दृष्टिगत नाकेबंदी की गई है. 5 विशेष नाकों समेत जिला में 16 जगहों पर नाकाबंदी की है. सशस्त्र जवानों की नाकों पर तैनाती है. सिरसा के लोग शांति बनाए रखने में सहयोग करें.
20 मार्च तक इंटरनेट सेवाएं सस्पेंड
पुलिस ने बठिंडा में अमृतपाल के 16 मोबिलाइजर गिरफ्तार किए हैं. यहां सोमवार दोपहर 12 बजे तक इंटरनेट पर प्रतिबंध जारी रहेगा. वहीं, मोहाली में पुलिस ने फ्लैग मार्च किया है. आईजी जीएस भुल्लर ने कहा कि जनता में सुरक्षा का भाव जगाने के लिए फ्लैग मार्च किया जा रहा है. पंजाब शांतिप्रिय राज्य है. हम सभी असामाजिक तत्वों के खिलाफ लगातार काम कर रहे हैं. मैं जनता से अपील करता हूं कि अफवाहों पर ध्यान न दें. इसी तरह, लुधियाना के गुरदासपुर में पुलिस ने फ्लैग मार्च किया है. यहां मोबाइल इंटरनेट 20 मार्च तक सस्पेंड किया गया.