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पूर्व IPS के घर पर खजाना! 600 लॉकर पर IT रेड, अब तक 3 करोड़ रुपये बरामद

नोएडा में पूर्व आईपीएस आरएन सिंह के घर पर आयकर विभाग ने छापेमारी की है. घर के बेसमेंट में आरएन सिंह की पत्नी और बेटा लॉकर फर्म चलाते हैं. बेसमेंट में करीब 600 लॉकर हैं, जिसमें से अब तक करीब 3 करोड़ रुपये बरामद हुए हैं.

अलग-अलग लॉकर से बरामद हुए पैसे अलग-अलग लॉकर से बरामद हुए पैसे
तनसीम हैदर
  • नोएडा,
  • 01 फरवरी 2022,
  • अपडेटेड 8:30 PM IST
  • पूर्व IPS का बेटा चला रहा है लॉकर फर्म
  • घर के बेसमेंट में करीब 600 लॉकर

पूर्व आईपीएस अफसर राम नारायण सिंह यानी आरएन सिंह के नोएडा स्थित घर पर पिछले 3 दिन से इनकम टैक्स विभाग की टीम इस बंगले पर डेरा डाले हुए है. सेक्टर 50 के बंगला नंबर-A6 पर अधिकारियों की टीम लगातार लॉकर खंगाल रही है. इस बंगले के अंदर करीब 600 लॉकर हैं, जिसे आयकर विभाग की टीम खंगाल रही है.

दरसअल, ये बंगला यूपी पुलिस में डीजी अभियोजन रह चुके 1983 बैच के रिटायर्ड आईपीएस राम नारायण सिंह का है. इस बंगले के बेसमेंट में राम नारायण सिंह की पत्नी और बेटा मानसम वॉलेट्स के नाम से लॉकर्स किराए पर देते हैं. उत्तर प्रदेश के उच्च पद पर तैनात रहे एक अन्य पूर्व आईपीएस के लॉकर भी यहां से मिले हैं. पिछले पांच साल से इस सेफ्टी वॉल्ट में लॉकर किराये पर देने का काम किया जा रहा है. इस कोठी नंबर A6 में पूर्व आईपीएस अधिकारी की पत्नी और बेटे के नाम पर निजी तौर पर प्राइवेट लॉकर किराए पर देने का काम किया जाता है. आईपीएस अधिकारी का कहना है कि यह उनका पुश्तैनी काम है.

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इन्हीं में से किसी लॉकर में अघोषित 20 लाख की नकदी होने की जानकारी आयकर विभाग को मिली थी. इसके बाद टीम ने इनके लॉकर की जांच के लिए छापेमारी शुरू की. इनकम टैक्स विभाग के सूत्रों के मुताबिक, बेसमेंट में करीब 600 से ज्यादा प्राइवेट लॉकर्स बने हुए हैं, जिन्हें पिछले रविवार से इनकम टैक्स विभाग की टीम लगातार सर्च कर रही है.

आयकर विभाग की टीम ने अब तक 3 से 4 बेनामी लॉकर्स को कटर से कटवाया है. इन लॉकर्स में 3 करोड़ रुपये से ज्यादा का कैश बरामद हुआ है, जिनमें एक लॉकर से करीब ढाई करोड़ और बाकी 3 लॉकर्स से 30 से 40 लाख रुपये कैश मिले हैं. कुछ और बेनामी लॉकर्स को खोले जाने का काम किया जा रहा है.

आधिकारिक सूत्रों की माने तो कई लॉकरों में नगदी के अलावा आभूषण मिले हैं. जांच के दौरान इन लॉकर्स के रखरखाव में कुछ यहां अनियमितताएं भी मिली हैं. मसलन, यहां लॉकर लेने वालों के केवाईसी नहीं मिले, जिन लॉकरों में सामान मिला है, उनके मालिकों से जानकारी ली गई है.

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