Advertisement

ओडिशा: वरिष्ठ IAS अधिकारी विष्णुपद सेठी के घर पर छापेमारी, अफसर ने CBI पर लगाया उत्पीड़न का आरोप

वरिष्ठ आईएएस अधिकारी ने कहा कि सीबीआई बिना किसी पूर्व सूचना के उनके घर की तलाशी लेने आई और उनकी आठ सदस्यीय टीम में एक भी महिला अधिकारी शामिल नहीं है. पुरुष अधिकारियों ने मेरे घर की तलाशी ली, जबकि घर में उनकी पत्नी अकेली महिला थी.

IAS अफसर सेठी के घर CBI ने अचानक छापेमारी की IAS अफसर सेठी के घर CBI ने अचानक छापेमारी की
aajtak.in
  • भुवनेश्वर,
  • 18 फरवरी 2025,
  • अपडेटेड 8:03 PM IST

ओडिशा कैडर के वरिष्ठ आईएएस (IAS) अधिकारी बिष्णुपद सेठी की सीबीआई टीम के साथ उस वक्त तीखी नोकझोंक हो गई, जब सीबीआई की टीम मंगलवार को 10 लाख रुपये के रिश्वत मामले की जांच के लिए उनके आधिकारिक आवास की तलाशी के लिए पहुंची.

IAS अधिकारी बिष्णुपद सेठी ने केंद्रीय जांच एजेंसी (CBI) के अधिकारियों की मौजूदगी में संवाददाताओं से कहा, 'सीबीआई अधिकारियों ने मेरे आवास पर तलाशी ली, जबकि मेरे खिलाफ कोई एफआईआर नहीं है. वे मुझे अनावश्यक रूप से परेशान कर रहे हैं.'

Advertisement

वरिष्ठ आईएएस अधिकारी ने कहा कि सीबीआई बिना किसी पूर्व सूचना के उनके घर की तलाशी लेने आई और उनकी आठ सदस्यीय टीम में एक भी महिला अधिकारी शामिल नहीं है. पुरुष अधिकारियों ने मेरे घर की तलाशी ली, जबकि घर में उनकी पत्नी अकेली महिला थी.

बिष्णुपद सेठी की पत्नी ने मौके पर मौजूद संवाददाताओं से कहा कि उन्हें झूठा फंसाया जा रहा है और परेशान किया जा रहा है. सूत्रों ने आरोप लगाया कि सीबीआई ने रिश्वत मामले के सिलसिले में पहले सेठी को तलब किया था, लेकिन वे नहीं आए।

1995 बैच के आईएएस अधिकारी सेठी ने दावा किया कि उनका ब्रिज एंड रूफ कंपनी (इंडिया) लिमिटेड या इसके समूह महाप्रबंधक चंचल मुखर्जी से कोई संबंध नहीं है, जिन्हें पिछले साल रिश्वत मामले में गिरफ्तार किया गया था. 

Advertisement

7 दिसंबर को एजेंसी ने मुखर्जी को भुवनेश्वर स्थित पेंटा ए स्टूडियो प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक संतोष मोहराना और बिचौलिए देबदत्त महापात्रा से रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया था. इस सिलसिले में एक अन्य व्यक्ति को भी गिरफ्तार किया गया था. 

तीनों की गिरफ्तारी के बाद 10 दिसंबर को सीबीआई ने सेठी को पेश होने के लिए नोटिस भेजा. सेठी को लिखे गए सीबीआई के पत्र में कहा गया कि यह पता चला है कि आप मामले के कुछ महत्वपूर्ण और प्रासंगिक तथ्यों और परिस्थितियों से परिचित हैं, जिन्हें आपसे पता लगाना आवश्यक है. पिछले साल एजेंसी ने उनके ड्राइवरों से भी पूछताछ की थी.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement