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ऑनलाइन गेम के जरिए धर्म परिवर्तन मामले में आया पाक एंगल, जांच एजेंसियों ने गाजियाबाद में डाला डेरा

ऑनलाइन गेम के जरिए धर्म परिवर्तन कराने के मामले में पाकिस्तान का एंगल भी सामने आया है. बता दें कि गाजियाबाद के रहने वाले एक नाबालिक के परिवार ने आरोप लगाया था कि उनका बेटा जिम जाने के बहाने पांच बार मस्जिद में जाकर नमाज पढ़ता है. इसके बाद पुलिस ने सेक्टर-23 की जामा मस्जिद कमेटी के सदस्य अब्दुल रहमान को दो दिन पहले गिरफ्तार किया गया था.

प्रतीकात्मक फोटो. प्रतीकात्मक फोटो.
मयंक गौड़
  • गाजियाबाद,
  • 06 जून 2023,
  • अपडेटेड 8:38 PM IST

गाजियाबाद पुलिस ने नाबालिग बच्चों के धर्मांतरण रैकेट के मामले में नया खुलासा किया है. इस मामले में पाकिस्तान का एंगल भी सामने आ गया है. वहीं, राज्य और केंद्र सरकारी जांच एजेंसियों ने भी गाजियाबाद में डेरा डाल दिया है. बता दें कि गाजियाबाद पुलिस ने खुलासा किया था कि किस तरीके से ऑनलाइन गेम खरीदने वाले नाबालिग बच्चों का धर्मांतरण कराया जा रहा है.

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दरअसल, गाजियाबाद के रहने वाले एक नाबालिक बच्चे के परिवार ने आरोप लगाया था कि उनका बेटा जिम जाने के बहाने पांच बार घर से निकलता है. पिता ने जब उसका पीछा किया, तो देखा कि वह स्थानीय मस्जिद में जाकर पांच बार नमाज पढ़ता है. इसके बाद उन्होंने मामले की शिकायत पुलिस में की थी. 

इसके बाद पुलिस की जांच में खुलासा हुआ था कि बच्चे ने मुंबई के एक शख्स से ऑनलाइन गेम खरीदा था. वह शख्स इसके बाद से लगातार बच्चे के संपर्क में था और बच्चे का ब्रेन वॉश कर रहा था. वह बताता था कि इस्लाम में कितनी अच्छाई है. 

मस्जिद कमेटी के सदस्य दो दिन पहले गिरफ्तार

बच्चे के पिता ने जब उसे डांटा था, तो उसने कहा था कि वह घर छोड़कर चला जाएगा. वह मस्जिद में ही रह लेगा और इस बारे में उसकी मौलवी से बात भी हो चुकी है. मामले में पुलिस ने धीरे-धीरे जब कड़ी जोड़ी, तो गाजियाबाद की सेक्टर-23 की जामा मस्जिद कमेटी के सदस्य अब्दुल रहमान को दो दिन पहले गिरफ्तार किया गया. साथ ही शाहनवाज नाम के दूसरे आरोपी को पकड़ने के लिए गाजियाबाद पुलिस महाराष्ट्र में जगह-जगह दबिश दे रही है.

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धर्मांतरण मामले में पाकिस्तान एंगल

वहीं, अब इस मामले में पाकिस्तान का एंगल भी सामने आ गया है. पुलिस के मुताबिक, पाकिस्तान से संचालित यूथ क्लब नाम का यूट्यूब चैनल इन बच्चों को दिखाया जाता था. राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग यानी NCPCR ने केंद्र सरकार के इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) को FORTNITE, DISCORD के खिलाफ जांच शुरू करने के लिए कहा था.

इसके साथ ही 10 दिनों के भीतर कार्रवाई की रिपोर्ट (एक्शन टेकन रिपोर्ट) मांगी है. NCPCR ने MeitY को जवाब दिया कि फोर्टनाइट और डिस्कॉर्ड के खिलाफ एक जांच शुरू कर दी गई है. इस पत्र के मिलने के 10 दिनों के भीतर कार्रवाई की रिपोर्ट आयोग के पास जमा कर दी जाएगी.

बच्चों और आरोपी से की जा रही है पूछताछ- पुलिस

मामले में डीसीपी सिटी निपुण अग्रवाल ने बताया कि ऑनलाइन गेम के जरिए नाबालिगों से संपर्क  कर उनका धर्म परिवर्तन कराने के मामले में स्टेट लेवल और सेंट्रल लेवल की जांच एजेंसियां गाजियाबाद में आकर जांच कर रही हैं. वह गाजियाबाद के दो नाबालिग बच्चों और आरोपी से पूछताछ कर रहे हैं. साथ ही अन्य पहलू को देख रहे हैं. 

महाराष्ट्र का रहने वाला है रैकेट का मास्टरमाइंड 

बताया जा रहा है कि ऑनलाइन गेम के जरिए धर्म परिवर्तन का रैकेट चलाने वाला मास्टरमाइंड महाराष्ट्र का रहने वाला है. गाजियाबाद पुलिस ने महाराष्ट्र पुलिस से संपर्क कर मास्टरमाइंड के घर दबिश दी. मगर, वो हाथ नहीं आ सका. गाजियाबाद पुलिस जब आरोपी के घर पहुंची, तो पता चला कि वो परिवार समेत अंडरग्राउंड हो चुका है.

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हालांकि, ऑनलाइन गेम के जरिए धर्म परिवर्तन का रैकेट चला रहे मास्टरमाइंड को लेकर अधिक जानकारी सामने नहीं आई है. पुलिस सूत्रों की मानें, तो शक है कि ये गिरोह ऑनलाइन गेम में बच्चों को गेम जितवाने की आड़ में बड़े पैमाने पर धर्म परिवर्तन करा रहा है. इसमें ज्यादातर नाबालिग बच्चों को शिकार बनाया जा रहा है.

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