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ISI और पाकिस्तानी सेना का 'ऑपरेशन ग्लाइडर' हुआ डिकोड, जानें क्‍या था प्‍लान?

Operation Glider: खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक तालिबान की मदद के लिए पाक से गये LeT और JeM के 8000 से ज्‍यादा आतंकियों को POK के आतंकी कैम्प में रुकवाने के इंतजाम किए गए हैं. एजेंसियों को शक है कि इन आतंकियों को POK के रास्ते से कश्मीर में घुसाया जा सकता है.

सांकेतिक फोटो सांकेतिक फोटो
जितेंद्र बहादुर सिंह
  • नई दिल्‍ली,
  • 14 दिसंबर 2021,
  • अपडेटेड 2:56 PM IST
  • सर्दियों में घुसपैठ के लिए ग्लाइडर के इस्तेमाल की आशंका
  • बॉर्डर पर है अलर्ट, आतंकी हो सकते हैं भारत में दाखिल

Operation Glider: पाकिस्‍तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई (ISI) और पाकिस्‍तानी आर्मी (Pakistan Army) का ऑपरेशन ग्‍लाइडर (Operation glider) डिकोड हो गया है, इस तरह पाकिस्‍तान की नापाक हरकत का एकबार फिर पर्दाफाश हुआ है.

सर्दियों में पाकिस्‍तान की ओर से घुसपैठ के लिए ग्‍लाइडर की आशंका जताई जा रही है खुफिया रिपोर्ट में इस बात का बड़ा खुलासा हुआ है. जैसे ही ये रिपोर्ट सामने आई, बॉर्डर पर अलर्ट जारी कर दिया गया है. 

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आईबी (IB) की रिपोर्ट में जो बताया गया है, उसके अनुसार लाइन ऑफ कंट्रोल (Line of Control) के पास बने लॉन्‍च पैड पर ग्‍लाइडर के जरिए आतंकी विस्‍फोटक भेजने की नापाक साजिश रच रहे हैं. पाकिस्‍तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई आतंकियों को सिंगल राइडर वाले ग्‍लाइडर उपलब्‍ध करवा रही है, जिसके मदद से 20 किलोग्राम तक विस्‍फोटक भेजे जा सकते हैं. विस्‍फोटक के अलावा एके-47 राइफल भेजने की भी तैयारी में है. 

खुफिया एजेंसियों के मुताबि‍क, लॉन्चिंग पैड से लॉन्‍च किये जाने वाले ये ग्लाइडर 600 मीटर से लेकर 1200 मीटर तक अंदर दाखिल किया जा सकता है. ISI आतंकियों को जो ग्लाइडर मुहैया करा रही है, वो 50 से 100 मीटर ऊंचाई तक उड़ सकते हैं.

रिपोर्ट के मुताबिक तालिबान की मदद के लिए पाक से गये LeT और JeM के 8000 से ज्‍यादा आतंकियों को POK के आतंकी कैम्प में रुकवाने के इंतजाम किए गए हैं. एजेंसियों को शक है कि इन आतंकियों को POK के रास्ते से कश्मीर में घुसाया जा सकता है. 

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