
राजस्थान की अजमेर पुलिस ने शनिवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए बैंक में लूट की वारदात को अंजाम देने वाले कथित डॉक्टर और उसके मैकेनिक दोस्त को गिरफ्तार किया. आरोपी कमलेश और प्रेमसिंह अजमेर के ही रहने वाले हैं. दोनों ने किशनगढ़ की इंडियन बैंक में नकली पिस्तौल और डायनामाइट की दम पर लूट की थी. 7 अक्टूबर को जब दोनों आरोपियों ने वारदात को अंजाम दिया उसके बाद से ही अजमेर पुलिस उनकी तलाश में जुटी हुई थी. इनको पकड़ने के लिए पुलिस ने करीब 800 सीसीटीवी फुटेज खंगाले और गिरफ्तार किया.
दरअसल, अजमेर एसपी चुनाराम जाट के अनुसार अजमेर पुलिस ने किशनगढ़, अराई, रूपनगढ़ सहित अजमेर शहर में आरोपियों को तलाश किया. अजमेर के एक सीसीटीवी फुटेज में दोनों आरोपियों को देखा गया. इसके बाद पुलिस ने अपने मुखबिर तंत्र को एक्टिव किया. आरोपियों की तलाश में जुट गई.
नकली बंदूक और नकली डायनामाइट
पुलिस की जांच में सामने आया कि दोनों आरोपियों ने अजमेर के खिलौने की दुकान से बंदूक खरीदी. इसके बाद एक नकली डायनामाइट बनाकर उसे बक्से का रूप दिया. आरोपियों ने बैंक में पहुंचकर फिल्मी अंदाज में बैंककर्मियों को चेतावनी दी कि उनके हाथ में डायनामाइट है यदि किसी ने भी पुलिस को सूचना दी तो वह पूरे बैंक को डायनामाइट से उड़ा देंगे.
लूटे गए थे 4 लाख रुपए कैश
एसपी ने आगे कहा कि बैंक कर्मचारी डर गए. उन्होंने बैंक में रखे करीब 4 लाख रुपए आरोपियों के हवाले कर दिए. आरोपी बैंक का गेट बाहर से बंद करके फरार हो गए थे. पूरी वारदात बैंक में लगे सीसीटीवी फुटेज में रिकॉर्ड हो गई थी. मगर, वारदात के दौरान दोनों आरोपियों ने हेलमेट पहन रखा था. इसलिए उनकी पहचान करना मुश्किल हो रहा था.
लूट की रकम बरामदगी के प्रयास जारी: एसपी
अजमेर एसपी चुनाराम जाट ने बताया कि आरोपियों से वारदात में इस्तेमाल में ली गई खिलौना पिस्तौल बरामद कर ली गई है. साथ ही लूटी की गई रकम बरामदगी के प्रयास किया जा रहे हैं. एक आरोपी अपने आप को डॉक्टर बता रहा है, जबकि दूसरा आरोपी मैकेनिक है. दोनों कर्ज में डूबे हुए हैं. इसी कर्ज को चुकाने के लिए बैंक में की थी.
रेकी कर बनाया लूट का प्लान, कर्जा चुकाना थे चाहते
आरोपियों ने बताया बैंक में लूट करने के लिए काफी समय से प्लान कर रहे थे. रोज आकर रेकी करते थे.
आरोपी कमलेश जो खुद को पेशे से डॉक्टर बता रहा है उसने एक प्राइवेट हॉस्पिटल पाली में खोला था. इसके लिए लोन लिया था. अस्पताल चला नहीं तो बंद करना पड़ा. लोन की रकम नहीं चुका पाने के कारण कमलेश कर्ज में डूब गया. उसका साथी प्रेम सिंह एसी मैकेनिक है. पहले विदेश में काम करता था. बीमारी होने पर वापस भारत आ गया. लोगों से उधार लिया हुआ है. इसके कारण बहुत सारा कर्जा हो गया है.