
प्रयागराज में जीआरपी पुलिस ने एक ऐसे शख्स को अरेस्ट किया है जो ट्रेनों में टीटीई बन कर यात्रियों से टिकट काटने के नाम पर पैसे वसूलता था. जीआरपी पुलिस के हत्थे चढ़े इस फर्जी टीटीई के पास से फर्जी रसीद भी बरामद की गई है. अब रेलवे और जीआरपी पुलिस मिलकर फर्जी टीटीई से पूछताछ कर रही है.
साथ ही यह भी पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि यह अकेले अपने इस काम को अंजाम दिया करता था या इसके और भी सहयोगी इस काम में शामिल हैं.
टीटीई ड्रेस पहन कर लोगों से वसूलता था पैसे
जानकारी के मुताबिक, नकली टीटीई के पहनावे को देखकर हर कोई धोखा खा जाता था. वह पहले लोगों से टिकट काटने के नाम पर पैसे वसूलता और फिर ट्रेन से किसी स्टेशन में उतर जाता. फिर जब बाद में असली टीटीई ट्रेन में आते तो लोग उन्हें बताते कि उनसे तो किसी और टीटीई ने पैसे लेकर टिकट काट दिया है. जब लगातार इस नकली टीटीई की शिकायतें मिलने लगीं तो पुलिस चौकन्नी हो गई.
इस मामले को लेकर रेलवे बोर्ड की टीम ने जीआरपी प्रयागराज से संपर्क कर रविवार को ट्रेन में घेराबंदी कर उसे दबोच लिया. जीआरपी ने इस नकली टीटीई को पकड़ने के लिए सिविल ड्रेस में घेराबंदी की. नकली टीटीई बन ट्रेन में वसूली करने वाले को जीआरपी पुलिस ने पकड़ लिया।
जीआरपी और रेलवे बोर्ड कर रही है पूछताछ
दरअसल, वाराणसी से ओखा जाने वाली ट्रेन में नकली टीटीई जब वसूली कर रहा था तभी वहां जीआरपी पुलिस पहुंच गई. उन्होंने उसे 15 हजार 500 रुपये, एक फोन, फर्जी रसीद बुक और फर्जी आईडी कार्ड सहित पकड़ लिया. पकड़े गए नकली की टीटीई का नाम कमला पाल है और वह नंदगंज गाजीपुर का रहने वाला है. जीआरपी इंस्पेक्टर राममोहन राय के मुताबिक, पकड़ा गया नकली टीटीई असली ड्रेस पहनकर यात्रियों पर रौब झाड़ कर पैसे वसूल लेता था.
(इनपुट: आनंद राज)