
राजस्थान के ब्यावर जिले में पांच नाबालिग लड़कियों के यौन उत्पीड़न और ब्लैकमेलिंग के विरोध में राजस्थान के मसूदा शहर और आसपास के इलाकों में मंगलवार को लगातार दूसरे दिन भी बाजार बंद रहे. प्रदर्शनकारी लगातार सीबीआई जांच और सख्त सजा की मांग कर रहे हैं. बिजयनगर थाना इलाका पुलिस ने इस मामले में अब तक एक पूर्व पार्षद समेत आठ लोगों को गिरफ्तार किया है और तीन नाबालिगों को हिरासत में लिया गया है.
रेप और ब्लैकमेलिंग के मामले में सामने आने के बाद बिजयनगर के लोगों में काफी गुस्सा है. मंगलवार को बिजयनगर में शहर के विभिन्न हिस्सों में एक विशाल जुलूस निकाला गया, जिसमें स्थानीय लोगों ने मामले की सीबीआई जांच की मांग की. जुलूस में भाग लेने वाले स्थानीय निवासियों में से एक ने कहा, 'कुछ कार्रवाई की गई है, लेकिन और अधिक किए जाने की आवश्यकता है.'
पुलिस ने बिजयनगर ब्लैकमैकिंग मामले में अब तक कुल 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. जानकारी के मुताबिक, आरोपियों में से एक नाबालिग लड़की के साथ संबंध में था और उसने उस लड़की का वीडियो बनाया था. इसके बाद नाबालिग लड़की को ब्लैकमेल करके दूसरी लड़कियों को बिजयनगर में आरोपी से मिलने के लिए कहा गया.
इल्जाम है कि आरोपियों ने लड़कियों को कैमरे पर फिल्माया, उनका यौन शोषण किया और बाद में उन्हें ब्लैकमेल किया. आरोपियों में पूर्व पार्षद हकीम कुरैशी भी शामिल है, जिस पर सह आरोपियों को संरक्षण देने का आरोप है. अन्य आरोपियों में चिल आउट कैफे नामक कैफे का मैनेजर भी शामिल है. उस पर आरोपियों को संरक्षण देने का आरोप है.
मामले की जानकारी सामने आने के बाद कैफे को सील कर दिया गया है. नाबालिग लड़कियों के कथित यौन शोषण, फिल्मांकन और ब्लैकमेलिंग को लेकर कई हिंदूवादी संगठन भड़क गए हैं और उन्होंने मामले में आरोपियों के लिए सजा-ए-मौत की मांग की है.
बिजयनगर के सर्किल इंस्पेक्टर करण सिंह ने आजतक/इंडिया टुडे को बताया कि अब तक 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है. पुलिस ने मामले में त्वरित कार्रवाई की है.
उधर, मसूदा के पुलिस उपाधीक्षक (DSP) सज्जन सिंह ने पीटीआई को बताया कि मंगलवार को मसूदा शहर और आसपास के इलाकों में बाजार बंद रहे. अब तक एक वार्ड पार्षद समेत आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है और तीन नाबालिगों को हिरासत में लिया गया है. आरोपियों से पूछताछ की जा रही है.
इससे पहले सोमवार को भी ब्यावर, बिजयनगर, केकड़ी, मसूदा, सरवाड़ और आसपास के इलाकों में बाजार बंद रहे थे, क्योंकि विभिन्न संगठनों ने आरोपियों को कड़ी सजा देने की मांग को लेकर रैलियां निकालीं.
आपको बता दें कि पिछले सप्ताह पांच पीड़ितों के परिवार के सदस्यों की शिकायतों के आधार पर 10 लोगों के खिलाफ तीन एफआईआर दर्ज की गई थीं. पुलिस को मिली शिकायतों में आरोप लगाया गया है कि आरोपियों ने सोशल मीडिया के माध्यम से नाबालिग लड़कियों से संपर्क किया, फिर उन्हें चीनी मोबाइल फोन उपहार में दिए और उनका यौन शोषण किया.
पुलिस ने बताया कि कुछ पीड़ितों ने पुरुषों पर धर्म परिवर्तन के लिए उन्हें ब्लैकमेल करने का भी आरोप लगाया है. बिजयपुर स्टेशन हाउस ऑफिसर करण सिंह ने कहा कि चार आरोपियों को पांच दिन की पुलिस रिमांड पूरी होने के बाद अदालत में पेश किया गया. अदालत ने उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.
सोमवार को बिजयनगर नगरपालिका ने एक आरोपी के घर से अतिक्रमण हटा दिया. प्रशासन ने एक सदी पुराने कब्रिस्तान के मुख्य द्वार सहित कम से कम दो गेटों को भी सील कर दिया. बिजयनगर नगरपालिका के कार्यकारी अधिकारी प्रताप सिंह भाटी ने बताया कि कब्रिस्तान और एक आरोपी को नोटिस जारी किया गया है.
दस्तावेजों की जांच करने पर हमें कुछ अतिक्रमण मिले, जिन्हें हटा दिया गया. मसूदा के डीएसपी सज्जन सिंह ने बताया कि इस मामले में कथित संलिप्तता के चलते पूर्व वार्ड पार्षद हकीम कुरैशी को गिरफ्तार किया गया है. रविवार शाम को उसे कोटडा की एक अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे पांच दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया.