
आर्यन खान से जुड़े ड्रग केस के चर्चा में आने के बाद से नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े (Sameer Wankhede) चर्चा में हैं. शुरुआत महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक के आरोपों से हुई. उन्होंने कहा कि ये जो पूरा ड्रग्स केस है वह फर्जी है. इसके बाद NCB को बड़ा झटका तब लगा जब उनका ही स्वतंत्र गवाह पलट गया. गवाह ने आरोप लगाया कि आर्यन खान को छोड़ने के लिए शाहरुख खान से 25 करोड़ रुपये मांगे गए थे और इसमें से एक 'हिस्सा' समीर वानखेड़े को भी जाना था.
समीर पर अब सोमवार को नवाब मलिक ने नया आरोप लगाया है. इसमें कहा गया है कि IRS ऑफिसर बनने के लिए समीर वानखेड़े ने फर्जी कागजात दिए, जिसके लिए कथित तौर पर धर्म का फर्जी सर्टिफिकेट भी बनवाया गया.
गवाह ने कहा - समीर वानखेड़े को दिए जाने थे 8 करोड़
रविवार को प्रभाकर शैल जो कि क्रूज ड्रग्स केस में स्वतंत्र गवाह है उसने बड़ा आरोप लगाया. प्रभाकर ने कहा कि NCB के कुछ अधिकारी और कुछ अन्य लोग मिलकर आर्यन खान को छोड़ने के लिए शाहरुख खान से 25 करोड़ रुपये की मांग कर रहे थे. प्रभाकर ने यह भी कहा कि NCB ने उनसे 9-10 कोरे कागजों पर साइन कराए थे.
प्रभाकर केपी गोसावी का पर्सनल बॉडीगार्ड है. केपी गोसावी भी इस केस में स्वतंत्र गवाह है, फिलहाल वह 'गायब' भी बताया जा रहा है. वह 2018 के एक फ्रॉड केस में भी शामिल था, जिसमें विदेश में नौकरी के नाम पर ठगी हुई थी. प्रभाकर ने आरोप लगाया कि NCB, गोसावी और सैम डिसूजा नाम के शख्स ने शाहरुख के बेटे को छोड़ने के नाम पर 25 करोड़ की मांग की थी.
बता दें कि प्रभाकर रेड वाले दिन गोसावी के साथ ही था. प्रभाकर ने दावा किया कि आर्यन खान को NCB ऑफिस लाने के बाद गोसावी और डिसूजा की बात हुई थी. प्रभाकर ने कहा था कि उसने गोसावी को डिसूजा से फोन पर बात करते हुए सुना था. इसमें गोसावी ने 25 करोड़ रुपये की डील के बारे में डिसूजा से चर्चा की थी. फिर बात 18 करोड़ में सेटल होती है. आगे कहा जाता है कि इसमें से 8 करोड़ समीर वानखेड़े को दिए जाने थे, जो कि इस ड्रग्स छापे में प्रमुख थे.
नवाब मलिक बोले - समीर दाऊद वानखेड़े, यहां से शुरू हुआ फर्जीवाड़ा
समीर वानखेड़े पर ताजा आरोप महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक ने लगाए हैं. मलिक ने एक बर्थ सर्टिफिकेट की कॉपी शेयर की, जिसे कथित तौर पर समीर का बताया गया. इसपर पिता का नाम 'दाऊद क. वानखेड़े' लिखा है. वहीं धर्म की जगह पर 'मुस्लिम' लिखा है. नवाब मलिक ने समीर पर जाति का फर्जी सर्टिफिकेट बनवाकर IRS अफसर बनने का आरोप लगाया.
नवाब मलिक ने बर्थ सर्टिफिकेट की फोटो को ट्वीट करते हुए लिखा, 'Sameer Dawood Wankhede का यहां से शुरू हुआ फर्जीवाड़ा.'
समीर वानखेड़े एक फर्जी व्यक्ति है. इनका जन्म प्रमाण पत्र समीर दाऊद वानखेड़े का है. इन्होंने जन्म प्रमाण पत्र में छेड़छाड़ की और उनके पिताजी ने धर्मांतरण करने के बाद जो नाम बदला था उसे दुरुस्त किया. इसी आधार पर जाति प्रमाण पत्र निकाला गया.
नवाब मलिक ने पहले मामले को बताया था 'फर्जी'
महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक ने पहले इस पूरे मामले को ही फर्जी बताया था. उन्होंने कहा था कि BJP और NCB मिलकर मुंबई में ‘आतंकवाद’ फैला रहे हैं. यह भी कहा था कि गिरफ्तारी सिर्फ व्हाट्सएप बातचीत के आधार पर की गई थी. मलिक ने आरोप लगाया था कि राज्य में महा विकास अघाड़ी (MVA) सरकार को बदनाम करने के लिए एनसीबी का इस्तेमाल किया जा रहा है.