
पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया पर जांच एजेंसियों के छापे के बाद बड़ी जानकारियां सामने आ रही हैं. यूपी के मेरठ से गिरफ्तार किए गए पीएफआई के चार सदस्यों ने पूछताछ में बड़ा खुलासा किया है. ये लोग 2047 तक भारत में शरीयत कानून लागू करके गजवा-ए-हिंद मिशन पर काम कर रहे थे. चारों आरोपी केरल के मंजिरी स्थित पीएफआई के ट्रेनिंग कैंप में हथियार चलाने की ट्रेनिंग ले चुके थे.
दावा है कि गिरफ्तार किए गए मोहम्मद शादाब अजीज कासमी, SDPI की पश्चिमी उत्तर प्रदेश विंग का जनरल सेक्रेटरी रहा है. आरोपियों के पास से बरामद पेन ड्राइव में आईएसआईएस (ISIS) और कश्मीरी मुजाहिद से जुड़े वीडियो मिले हैं. आरोपियों के पास से बरामद पेन ड्राइव में 7 डॉक फाइल, 11 वीडियो, 179 भड़काऊ तस्वीरें मिलीं, जिसमें आईएसआईएस से जुड़े साहित्य के साथ The Shirk of Democracy, The Blood Of a Disbeliever is equal to Blood Of A Dog नाम से साहित्य मिला.
मेरठ में इन आरोपियों की गिरफ्तारी
बता दें कि यूपी में PFI पर शिकंजा जारी है. एटीएस ने बीते 24 घंटे में 6 सक्रिय सदस्यों को गिरफ्तार किया है. एटीएस की मेरठ यूनिट ने मुजफ्फरनगर से चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है. इनमें आरोपी मोहम्मद शादाब अजीज कासमी पुत्र हाफिज उमेद अली निवासी ग्राम सोंटा रसूलपुर, थाना भवन जनपद- शामली, मौलाना साजिद पुत्र सज्जाद निवासी ग्राम मामोर थाना कैराना जनपद शामली, मुफ्ती शहजाद पुत्र मोहम्मद उमरे निवासी ग्राम नेकपुर थाना मुरादनगर जनपद गाजियाबाद, मोहम्मद इस्लाम कासमी पुत्र मोहम्मद अख्तर निवासी ग्राम जोगियाखेड़ा परसौली थाना फुगाना जनपद मुजफ्फरनगर का नाम है. मेरठ के खरखौदा थाना में केस दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है.
वाराणसी में भी 2 की गिरफ्तारी
वहीं, वाराणसी में भी पीएफआई के सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है. इनमें रिजवान अहमद पुत्र शहाबुद्दीन निवासी कच्ची बाग थाना जैतपुरा वाराणसी, मोहम्मद शाहिद पुत्र अब्दुल मतीन निवासी आलमपुरा थाना आदमपुर वाराणसी हैं. दोनों आरोपियों के खिलाफ वाराणसी के आदमपुर थाने में मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा गया.
देश में आतंक फैलाना चाहता था PFI
गौरतलब है कि जांच एजेंसियों ने PFI की संदिग्ध गतिविधियों को लेकर जो FIR दर्ज की थी, उसमें इस बात का जिक्र था कि PFI देश में आतंक फैलाना चाहता है. देश के सौहार्द्र के खिलाफ आपराधिक साजिश रच रहा है. धार्मिक दंगे भड़काने की कवायद में जुटा है. साथ ही एक टेरर ग्रुप को तैयार करने के लिए ट्रेनिंग, हथियार और गोला बारूद इकट्ठा करने में लगा है, ताकि देश के महत्वपूर्ण स्थानों और प्रतिष्ठित लोगों को टारगेट कर सकें. PFI का ये कृत्य देश की एकता, अखंडता और धर्मनिरपेक्षता तीनों के लिये एक बड़ा खतरा है.