
श्रद्धा विकास वॉकर हत्याकांड ने सबको हैरान कर दिया है. कत्ल के बाद जुलाई तक आरोपी आफताब अमीन पूनावाला लड़की की लाश के टुकड़े-टुकड़े करके ठिकाने लगा चुका था. इस मामले में पुलिस ने उन दुकानदारों से पूछताछ की है, जिनके यहां से आफताब ने लाश को काटने के लिए आरी और उसे 15 दिनों तक लाश छिपाने के लिए फ्रिज खरीदा था.
हत्या करने का कोई मलाल नहीं
पहले बात करते हैं उस दुकान की, जहां से आफताब ने धारदार आरी खरीदी थी. घरेलू उपकरणों की दुकान के मालिक सुदीप सचदेवा ने बताया कि पुलिस जब आफताब को लेकर दुकान पर पहुंची, तो उसके चेहरे पर शिकन नहीं थी. ऐसा लग ही नहीं रहा था कि उसे हत्या करने का कोई दुख या मलाल है.
रत्ती भर भी पछतावा नहीं
कुछ ऐसा ही दुकानदार तिलक राज का भी कहना है, जिसके यहां से आफताब ने फ्रिज खरीदा था. दुकान के मालिक ने बताया कि कल पुलिस आफताब को लेकर दुकान पर आई थी. इस दौरान वो बिल्कुल सामान्य दिख रहा था. उसके चेहरे को देखकर लग रहा था कि लड़की की हत्या करने का उसे रत्ती भर भी पछतावा नहीं है. उन्होंने बताया कि आफताब ने 25300 रुपए में 260 लीटर का फ्रिज खरीदा था.
रोज अगरबत्ती जलाता था आफताब
गौरतलब है कि हत्यारोपी ने श्रद्धा का मर्डर करने के बाद लाश के टुकड़ों को फ्रिज में रखा था. लाश से बदबू न आए इसलिए वो फ्लैट में रोज अगरबत्ती जलाता था. लाश को ठिकाने लगाने के बाद भी उसने अपना ठिकाना नहीं बदला था. वो उसी फ्लैट में बेखौफ रह रहा था. सब कुछ सामान्य दिखाने के लिए हर दिन काम पर भी जाता था. वो अक्सर फूड डिलीवरी ऐप से खाना मंगवाता था.
पिता ने दर्ज कराई थी शिकायत
आरोपी और मृतका दोनों ही महाराष्ट्र के रहने वाले हैं. आरोपी आफताब मुंबई का रहने वाला है जबकि श्रद्धा वॉकर महाराष्ट्र के पालघर की रहने वाली थी. उसके पिता ने दिल्ली के महरौली थाने में आफताब के खिलाफ अपहरण की शिकायत दर्ज कराई थी. बेटी का फोन बंद होने की जानकारी मिलने के बाद पिता को श्रद्धा के साथ अनहोनी होनी की आशंका हो गई थी.