
श्रद्धा वॉल्कर हत्याकांड में पुलिस आफताब के दोस्त बद्री के जरिए उसकी कुंडली खंगाल रही है. बद्री जिस मकान में रहता था पुलिस ने उसके मालिक से भी पूछताछ की है. साथ ही पुलिस आफताब को लेकर वहां पहुंची भी थी.
बद्री से मिलने कमरे में आता था आफताब
गौरतलब है कि छतरपुर का जंगल जहां श्रद्धा वॉल्कर की बॉडी के टुकड़े मिले हैं, वहां से चंद कदमों की दूरी पर बद्री किराए पर रहता था. इसी कमरे में आफताब बद्री से मिलने आता था. बद्री के इस कमरे से कुछ ही दूरी पर श्रद्धा और आफताब का किराए का फ्लैट था.
उसने भी मुझे पहचानने से इनकार किया
जिस कमरे में बद्री रहता था उसके मालिक ने आज तक से बातचीत में बताया कि दिल्ली पुलिस आफताब को लेकर इस मकान में आई थी. इस दौरान पुलिस ने हमसे पूछा क्या आफताब को पहचाते हैं. मैंने कभी आफताब को नहीं देखा था. इसलिए मैंने इनकार किया. उसने भी मुझे पहचानने से इनकार कर दिया था.
इस बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं
वहीं, बद्री को लेकर मकान मालिक ने कहा कि वो यहां रहता था. लेकिन मई में अचानक कमरा छोड़कर चला गया था. उसके फ्लैट पर कौन आता था, इस बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं है. मैंने उसको फ्लैट देने से पहले वेरिफिकेशन भी कराया था. हालांकि, इतना समय बीत जाने की वजह से अब मेरे पास वेरिफिकेशन के कागज नहीं हैं.
वो श्रद्धा के साथ 8 मई को दिल्ली आया
जानकारी के मुताबिक, आफताब और श्रद्धा जब हिल स्टेशन गए थे तो उनका दिल्ली आने का कोई प्लान नहीं था. लेकिन हिल स्टेशन पर आफताब की मुलाकात बद्री से हुई, जो कि दिल्ली के छतरपुर का रहने वाला था. आफताब ने बद्री से मिलने के बाद छतरपुर में रहने का प्लान बनाया. वो श्रद्धा के साथ 8 मई को दिल्ली आया.
दोनों पहले यहां पहाड़गंज के होटल में रुके थे. इसके बाद दोनों साउथ दिल्ली के सैदुल्लाजाब इलाके में रहे. बाद में आफताब ने छतरपुर में एक ऐसा फ्लैट लिया, जहां आसपास जंगल था. आफताब ने फ्लैट लेने के 10 दिन बाद यानी 18 मई को ही श्रद्धा की हत्या कर दी.