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श्रद्धा की वो रील.... मौत से पहले की आखिरी चैट, दोस्त से कही थी ये बात

श्रद्धा हत्याकांड मामले में पुलिस को एक बड़ा सबूत मिला है. उनके हाथ श्रद्धा की 4 मई की चैट लग गई है. ये चैट उसकी मौत से 14 दिन पहले की है. इस चैट में श्रद्धा किसी दोस्त से अपनी एक रील को लेकर चर्चा कर रही है. पुलिस इसके अलावा पुराने सीसीटीवी फुटेज को भी खंगाल रही है.

श्रद्धा हत्याकांड श्रद्धा हत्याकांड
अरविंद ओझा/हिमांशु मिश्रा
  • नई दिल्ली,
  • 16 नवंबर 2022,
  • अपडेटेड 5:45 PM IST

श्रद्धा हत्याकांड मामले में आफताब के खुलासे इस केस को सुलझाने के बजाय और ज्यादा उलझाते जा रहे हैं. जितना सीधा आफताब का हर जवाब पुलिस तक पहुंच रहा है, वो केस की गंभीरता को और ज्यादा बढ़ाने का काम कर रहा है. इसी वजह से दिल्ली पुलिस आफताब का नॉर्को टेस्ट करने वाली है. अब एक तरफ आफताब की कुंडली खंगाली जा रही है तो दूसरी तरफ श्रद्धा की निजी जिंदगी समझने का भी प्रयास है. इसी कड़ी में श्रद्धा की 4 मई की चैट सामने आई है, यानी कि वो बातचीत जो उसने अपनी मौत से 14 दिन पहले की थी.

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श्रद्धा ने 4 मई को अपनी किसी दोस्त को एक मैसेज भेजा था. ये मैसेज उसकी बनाई किसी रील को लेकर था. पहले वो चैट पढ़िए, फिर आगे का घटनाक्रम समझते हैं.

श्रद्धा- बडी, आई नीड हेल्प
दोस्त- क्या हुआ, बोलना
श्रद्धा- क्या तुम मुझे मेरी पहली रील पर फीडबैक दे सकते हो, क्या इसमें कोई बदलाव की जरूरत?
दोस्त- बस इतना?
श्रद्धा- हां जी

आफताब के सीधे जवाब पुलिस को कर रहे परेशान

अब आपको लग रहा होगा इस बातचीत में तो कुछ भी अजीब नहीं है. सबकुछ एकदम सामान्य सा नजर आ रहा है. फिर ऐसा क्या हुआ कि इस चैट के 14 दिन बाद श्रद्धा की बेरहमी से हत्या कर दी गई? इस चैट का इतना सामान्य होना, किसी बड़ी घटना का कोई संकेत ना मिलना ही सबसे बड़ा सवाल बन गया है. अगर श्रद्धा की जिंदगी में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा था, तो वो अपने दोस्त से रील पर बात करती? क्या वो इतनी सहज नजर आती? सवाल कई हैं, लेकिन जवाब पुलिस को ढूंढना है. 

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शुरुआती जांच के बाद तो पुलिस भी ये मानकर चल रही है कि ये केस जितना सरल नजर आ रहा है, उतना है नहीं. जिस विश्वास के साथ आफताब हर सवाल का जवाब दे रहा है, ये पुलिस को और ज्यादा परेशान कर रहा है. असल में आफताब कई मुश्किल सवालों का जवाब भी बिना डरे दे रहा है, उसकी बातों से ऐसा लग रहा है कि उसके लिए ये सब कोई बड़ी बात नहीं है. पुलिस उसकी इस सहजता पर संदेह कर रही है, इस बात की चिंता ज्यादा है कि उसके गुनाहों को अदालत में सबूत के साथ पेश किया जाए. 

पुलिस की जांच कहां तक पहुंची?

अभी के लिए पुलिस इस केस को कई दिशाओं में एक साथ आगे बढ़ा रही है. श्रद्धा के परिवार से लगातार बातचीत जारी है, उसके पिता का डीएनए सैंपल भी लिया गया है. जिस घर में श्रद्धा, आफताब के साथ रहती थी, वहां पर ब्लड के निशान मिले हैं, ऐसे में वो किसका खून है, ये पता करने के लिए टेस्ट किया जाएगा. इसके अलावा पुलिस इस समय छतरपुर एरिया की सीसीटीवी मैपिंग कर रही है. 6 महीने पहले हत्या की गई, इसलिए उतना ही पुराना सीसीटीवी रिकॉर्ड खंगालने की कोशिश की जा रही है. मिल पाएगा, मुश्किल लगता है क्योंकि इतनी पुरानी रिकॉर्डिंग किसी के पास नहीं होती. लेकिन पुलिस के प्रयास जारी हैं. कुछ हाल के सीसीटीवी फुटेज मिले भी हैं जिसमें आफताब आता-जाता दिख रहा है. पुलिस के मुताबिक पिछले दिनों उसने किन लोगों से मुलाकात की, उसकी क्या गतिविधि रही, ये समझने के लिए इन सीसीटीवी फुटेज को खंगाला जा रहा है.

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सीसीटीवी फुटेज और श्रद्धा के पिता से तो पुलिस सवाल-जवाब कर ही रही है, अब उनके दोस्तों को भी जांच का हिस्सा बनाया जा सकता है. बताया जा रहा है कि आफताब और श्रद्धा का एक कॉमन दोस्त लक्ष्मण है, उसे भी पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा. लक्ष्मण ने ही श्रद्धा के पिता को बताया था कि उससे कोई कॉन्टैक्ट नहीं हो पा रहा है. श्रद्धा के एक दोस्त ने इस मर्डर के पीछे 'बड़ी साजिश' होने का शक जताया है. वहीं, दूसरे ने दावा किया है कि श्रद्धा ने फोन कर उसे बताया था कि आफताब उसे मार डालेगा.

पुलिस के लिए अभी काफी काम बाकी है, जिस हथियार से श्रद्धा के शरीर के टुकड़े किए, वो अभी तक नहीं मिला है, श्रद्धा का मुबाइल जो बड़ा सबूत बन सकता है, वो भी हाथ नहीं लगा है. श्रद्धा के शरीर के कई अंग मिलना भी बाकी है. ऐसे में पुलिस के सामने समय  कम है, लेकिन जांच करने के लिए काफी कुछ बचा है. 

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