
दिल्ली पुलिस ने फर्जी वेब सीरीज (Farzi Web Series) देखकर 2000 रुपए के फर्जी नोट छापने वाले 2 शातिर बदमाशों को गिरफ्तार किया है. 40 साल से अधिक उम्र के बदमाश ताजिम और इरशाद को मौका तब ज्यादा मिल गया, जब 2000 रुपए के नोट चलन से बाहर होने लगे. इस वक्त का दोनों फायदा उठाया और नोट छापकर सस्ते दामों में बदलना शुरू कर दिया. पुलिस ने दोनों आरोपियों के पास से 5 लाख 50 हजार रुपए मूल्य के जाली नोट बरामद किए हैं. ये सभी नोट 2000 के हैं.
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को जानकारी मिली थी कि एक नया मॉड्यूल दिल्ली और आसपास के इलाकों समेत पंजाब और उत्तर प्रदेश में नकली नोट सर्कुलेट कर रहा है. जानकारी मिलने के बाद दिल्ली पुलिस ने इस गैंग के बारे में सटीक इनपुट जुटाने शुरू की और फिर पुलिस को पता चला कि यह मॉड्यूल उत्तर प्रदेश के कैराना से काम कर रहा है.
इस दौरान स्पेशल सेल को जानकारी मिली कि इस मॉड्यूल का एक शातिर बदमाश जाली नोट के साथ दिल्ली के अलीपुर आने वाला है. इसके बाद पुलिस ने अलीपुर इलाके से ताजिम को गिरफ्तार किया और उसके पास से पुलिस ने ढाई लाख रुपए के जाली नोट बरामद किए. पूछताछ के बाद पुलिस ने कैराना से इरशाद को गिरफ्तार कर उसके घर से 3 लाख के जाली नोट बरामद किए.
दिल्ली पुलिस के मुताबिक, पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि मुनाफे को देखकर उन दोनों ने अपनी दुकान में ही जाली नोट छापने और फिर उसको सप्लाई करना शुरू कर दिया. जाली नोट छापने के लिए स्पेशल स्याही इन्होंने कई वेबसाइट सर्च करने के बाद ढूंढी थी. इसके अलावा, नोट छापने के लिए बढ़िया पेपर और प्रिंटर भी ले आए थे.
जाली नोट को यह दोनों आरोपी दिल्ली-एनसीआर पंजाब और उत्तर प्रदेश में सप्लाई किया करते थे. पुलिस इन दोनों से पूछताछ कर रही है कि यह दोनों अब तक कितने जाली नोट सप्लाई कर चुके हैं.