
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने कुछ दिनों पहले आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तयैबा के 4 आतंकियों को गिरफ्तार किया था. गिरफ्तार आतंकियों में शामिल नाईकू इमाद नासर नाम के आतंकवादी ने पूछताछ में खुलासा किया है कि उसने जामिया यूनिवर्सिटी में पढ़ाई के दौरान 2019 में दिल्ली पुलिस के हेडक्वार्टर, एनआईए हेडक्वार्टर और पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन की रेकी की थी. उसने पूछताछ में बताया कि पाकिस्तान और अफगानिस्तान के आतंकी ने उससे रेकी करवाई थी और वीडियो मंगवाया था.
आतंकी नासर दरअसल लश्कर ए तैयबा के ही संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) के लिए काम कर रहा था. उसने 2017 में दिल्ली के जामिया यूनिवर्सिटी में एडमिशन लिया था और दिल्ली में रह कर पढ़ाई कर रहा था. वह लगातार फेसबुक पर धार्मिक और कश्मीर से जुड़े पोस्ट डालता था. इसी दौरान आतंकियों से इसका जुड़ाव हुआ.
2019 में कश्मीर के कुछ आतंकियों ने टेलीग्राम पर नायकू को पाकिस्तान-अफगानिस्तान बॉर्डर पर बैठे एक आतंकी से कांटेक्ट करवाया. नायकू लगातार टेलीग्राम पर खताब (पाकिस्तान-अफगानिस्तान बोर्डर पर मौजूद शख्स) से बात करने लगा. पाकिस्तान-अफगानिस्तान बॉर्डर पर मौजूद आतंकी ने नायकू से दिल्ली पुलिस हेडक्वार्टर, NIA बिल्डिंग और पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन की रेकी करने और सबका वीडियो बनाकर भेजने को कहा.
2019 फरवरी में नायकू अपने दोस्त के साथ मेट्रो से NIA हेडक्वार्टर गया और एंट्री गेट का वीडियो बनाया. उसके बाद ITO गया और वहां दिल्ली पुलिस मुख्यालय के मेन एंट्रेंस गेट का वीडियो बनाया. उसके बाद पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन गया और वहां का भी वीडियो बनाया और टेलीग्राम के जरिए सभी वीडियो पाकिस्तान-अफगानिस्तान बॉर्डर पर मौजूद आतंकी को भेज दिया, हालांकि उसे आगे क्या करना है, इस संबंध में उसे कुछ नहीं बताया गया.
हवाला के जरिए नायकू के अकाउंट में आए थे लाखों रुपए
जांच में ये भी सामने आया है कि नायकू के बैंक अकाउंट में हवाला के जरिए कई बार लाखों रुपए आए थे. नायकू के पिता जम्मू-कश्मीर पुलिस में थे और पारिवारिक वजहों से VRS ले लिया था. चूंकि मामला दिल्ली से जुड़ा हुआ था, इसलिए दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल कश्मीर जाकर इन आतंकियों से पूछताछ करके वापस आ गई.
सूत्रों के मुताबिक, पाकिस्तान-अफगानिस्तान बॉर्डर पर मौजूद शख्स ने जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी संगठन मुजाहिदीन गजवत-उल हिंद (एमजीएच) नाम से आतंकी ग्रुप बनाया हुआ है और लगातार जम्मू-कश्मीर के नौजवानों को रेडिक्लाइज कर रहा है.