
14 फरवरी से शुरू हुई चुनावी प्रक्रिया, 10 फरवरी को मतदान के पहले चरण के साथ शुरू होकर 7 चरणों के बाद, 7 मार्च को खत्म हो गई. अब उत्तर प्रदेश पुलिस 10 मार्च को होने वाली मतगणना की तैयारी में लग गई है. 250 कंपनी केंद्रीय पुलिस बल व 61 कंपनी पीएसी सभी जिलों में तैनात रहेगी.
2017 की तुलना में इस बार हिंसक घटनाएं कम
इन 7 चरणों में हुए चुनाव के दौरान हुई घटनाओं की बात करें, तो साल 2017 में विधानसभा चुनाव के दौरान कुल 97 चुनावी हिंसा की घटनाएं हुई थीं. इनमें से 75 घटनाएं मतदान के पहले और 22 हिंसक घटनाएं मतदान वाले दिन हुई थीं. लेकिन इस बार के विधानसभा चुनाव में कुल 33 घटनाएं सामने आई हैं, जिनमें 28 घटनाएं मतदान दिवस के 1 दिन पहले और 5 घटनाएं मतदान वाले दिन हुईं. इन 33 घटनाओं में किसी को भी गंभीर चोट नहीं आई.
9 जनवरी को आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद प्रदेश भर में 1339 एफआईआर और 412 एनसीआर दर्ज की गईं, जिसमें सबसे ज़्यादा 261 एफआईआर लखनऊ जोन में दर्ज हुईं. इस दौरान 15,465 अराजक व्यक्तियों को चिन्हित कर विशेष तौर पर निरोधात्मक कार्रवाई की गई.
पकड़ी गई 52 करोड़ से ज़्यादा की नगदी
आचार संहिता लागू होने के बाद, पुलिस ने भारी मात्रा में नगदी और सोना-चांदी की भी धरपकड़ की. इस दौरान कुल 52 करोड़ 64 लाख 8046 रुपये की भारतीय मुद्रा और 6 लाख 66,080 रुपए की नेपाली करेंसी बरामद हुई. चेकिंग के दौरान, 256 किलो सोना चांदी बरामद हुआ, जिसकी कीमत 5करोड़ 69 लाख 86 हजार 087 रुपये आंकी गई है. सबसे ज्यादा कैश 16 करोड़ 29 लाख 73 हजार रुपये कानपुर में बरामद किया गया.
पुलिस ने मतगणना के लिए कसी कमर
मतदान में की गई कार्रवाई के बाद, अब उत्तर प्रदेश पुलिस मतगणना के लिए भी तैयारी में जुट गई है. 10 मार्च को सभी जिलों में होने वाली मतगणना के लिए 250 कंपनी केंद्रीय पुलिस बल तैनात किया जाएगा, जिसमें 36 कंपनी ईवीएम की सुरक्षा के लिए, 214 कंपनी मतगणना व कानून व्यवस्था की ड्यूटी में तैनात होंगी. वहीं उत्तर प्रदेश पुलिस की पैरामिलिट्री फोर्स यानी 61 कंपनी पीएसी भी सभी जिलों में तैनात रहेगी. इसके साथ ही, 625 उत्तर प्रदेश पुलिस के अफसर, 1807 इंस्पेक्टर, 9598 सब इंस्पेक्टर, 11627 हेड कांस्टेबल और 48649 कॉन्स्टेबल मतगणना वाले दिन तैनात रहेंगे.
डीजीपी मुख्यालय की तरफ से जारी किए गए निर्देशों में साफ तौर पर कहा गया है कि मतगणना सभी जिलों में सुबह 8:00 बजे से शुरू होगी. मतगणना के पश्चात किसी भी तरह का विजय जुलूस ना निकले, संवेदनशील स्थानों पर सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद रखी जाए.