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सत्येंद्र जैन को लग्जरी सुविधाएं, महाठग सुकेश का रिश्वतकांड... विवादों के बीच ऐसे नप गए तिहाड़ जेल के डीजी

डीजी संदीप गोयल के खिलाफ ये कार्रवाई मामला बड़ा हो जाने के बाद हुई. दरअसल, हाल ही में ED ने सत्येंद्र जैन को तिहाड़ में मिल रही तमाम सुविधाओं का खुलासा दिल्ली की अदालत में किया था. जहां ईडी के अधिकारियों ने अदालत में तिहाड़ जेल का सीसीटीवी भी दिखाया था.

संदीप गोयल डीजी रहते हुए लगातार विवादों में रहे संदीप गोयल डीजी रहते हुए लगातार विवादों में रहे
अरविंद ओझा
  • नई दिल्ली,
  • 04 नवंबर 2022,
  • अपडेटेड 1:59 PM IST

देश की सबसे सुरक्षित जेल (तिहाड़) को लेकर चल रहा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. पहले सबसे बड़े ठग सुकेश चंद्रशेखर से करोड़ों रुपये लेकर खातिरदारी का मामला सामने आया और प्रवर्तन निदेशालय ने (ED) दिल्ली के मंत्री सत्येंद्र जैन के लिए जेल में खास इंतजाम करने का खुलासा कर दिया. इन सारे मामलों की गाज अब तिहाड़ जेल के डीजी संदीप गोयल पर गिर गई. गृह मंत्रालय ने उन्हें डीजी पद से हटाकर उनकी जगह संजय बेनीवाल की नियुक्ति कर दी. 

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गले की फांस बना सत्येंद्र जैन का मामला
डीजी संदीप गोयल के खिलाफ ये कार्रवाई मामला बड़ा हो जाने के बाद हुई. दरअसल, हाल ही में ED ने सत्येंद्र जैन को तिहाड़ में मिल रही तमाम सुविधाओं का खुलासा दिल्ली की अदालत में किया था. जहां ईडी के अधिकारियों ने अदालत में तिहाड़ जेल का सीसीटीवी भी दिखाया था और ये सब हुआ संदीप गोयल के DG जेल रहते हुए. लेकिन गोयल को हटाए जाने की वजह केवल यही मामला नहीं था. इसके अलावा भी इसके कई कारण थे. 

मसलन, तिहाड़ जेल में रहते हुए सुकेश चंद्रशेखर ने 200 करोड़ से ज्यादा की ठगी को अंजाम दिया, जिसका खुलासा दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने किया था. 

- इसी तरह जेल में बंद गैंगस्टर अंकित गुर्जर का जेल में मर्डर कर दिया गया. तिहाड़ जेल के अंदर गैंगस्टर अंकित गुर्जर को जेल अधिकारियों ने पीट-पीट कर मार डाला था. इस मामले की जांच अब सीबीआई (CBI) कर रही है. आरोप है कि जेल अधिकारियों ने एक्सटॉर्शन मनी की मांग की थी, जो अंकित ने नहीं दी. इसके बाद उसकी हत्या कर दी गई.

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- तिहाड़ जेल में इंडियन मुजाहिद्दीन के आतंकी मोबाइल फोन का इस्तेमाल कर रहे थे. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने तिहाड़ जेल में बंद दो इंडियन मुजाहिद्दीन के आतंकियों को गिरफ्तार किया और इस मामले का खुलासा किया. वो दोनों आतंकी मोबाइल फोन का इस्तेमाल कर रहे थे.

- इसके अलावा जेल में बंद कुख्यात गैंगस्टर लारेंस बिश्नोई पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड के दौरान मोबाइल फोन का इस्तेमाल कर रहा था. जिसका खुलासा आज तक/इंडिया टुडे ने किया था.

- केवल यही नहीं, बल्कि संदीप गोयल के डीजी रहते हुए जेल में कई नामी गैंगस्टर मोबाइल फोन का इस्तेमाल कर जेल के बाहर लोगों से एक्सटॉर्शन वसूल रहे थे. आज उनमें से ज्यादातर गैंगस्टर के खिलाफ राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) एक्शन ले रही है.

जेल में सुकेश चंद्रशेखर का खेल
आरोप है कि सुकेश ने एक करोड़ रुपये महीना देकर जेल के अंदर मौजूद पूरे स्टाफ और जेलर को भी अपनी सेवा में लगा रखा था. वो 12 महीनों तक रोहिणी जेल में बंद था और और तब तक वो जेल को 12 करोड़ रुपये रिश्वत के तौर पर दे चुका था. इस पूरे खेल में रोहिणी जेल के 82 अफसर और कर्मचारी शामिल थे. ऐसे में अब यही कहा जा सकता है कि रिश्वत लो तो जेल जाओ और दो तो जेल जाओ.

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जेल से बाहर आईं थी हैरान करने वाली तस्वीरें
देश का सबसे बड़ा ठग या सबसे बड़ा नटवरलाल सुकेश चंद्रशेखर जब रोहिणी जेल के वार्ड नंबर तीन और बैरक नंबर 204 में बंद था. तो उसकी कुछ तस्वीरें सामने आईं थीं, जो 7 अगस्त 2021 की बताई जा रही थीं. पता चला कि ठग-ए-आज़म को बाकायदा जेल के अंदर एक पूरा बैरक ही अलग से दे दिया गया था. जहां बकायदा पर्देदारी की गई थी. सीसीटीवी कैमरों को धोखा देने के लिए पर्दे डाले गए थे.

सीसीटीवी कैमरों पर पर्दे
जब महाठग रोहिणी जेल में बंद था, तो तिहाड़ जेल की तरफ से एक बयान आया था, जिसमें कहा गया था कि सुकेश पर नजर रखने के लिए उसके बैरक के इर्द-गिर्द 55 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. अब कैमरों को छुपाना और ढकना था. लिहाज़ा पर्दे, तौलिए, कपड़े यहां तक कि पानी के बोतल तक से कैमरों को ढक दिया गया था. ताकि पर्दे के पीछे से सुकेश अपना धंधा आसानी और आजादी से चलाता रहे.

12 महीने में दिए थे 12 करोड़
जेल में इतनी मेहरबानी के बदले जेल स्टाफ का मोटी रकम मिल रही थी. क्योंकि जेल में मुफ्त कुछ नहीं मिलता. वहां सब माया का खेल होता है. एक साल के दौरान जेल में बैठकर ही सुकेश 200 करोड़ कमा सकता है तो क्या कुछ करोड़ जेल स्टाफ को नहीं दे सकता? उसने जेल में दिल खोलकर पैसे दिए. महीने का करीब एक करोड़. यानी एक साल में लगभग 12 करोड़. तिहाड़ जेल पर ये इल्जाम खुद पुलिस ने लगाया था. पुलिस की चार्जशीट में इस बात का खुलासा किया गया था.

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दरअसल, दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने इस पूरे मामले की जांच की थी. उसी ने कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की थी. जिसमें कहा गया था कि जेल के अंदर जेल का स्टाफ पूरी तरह बिके हुए थे. ऊपर से नीचे तक हरेक को सुकेश पैसे देता था.

जेल में आईफोन का इस्तेमाल
चार्जशीट के मुताबिक सुकेश के पास जेल में पूरे साल भर तक मोबाइल था. आईफोन 12 प्रो और आईफोन 11. इन्ही मोबाइल नंबरों से वो जेल में बैठ कर ही बाहर के लोगों को चूना लगाता और उनसे पैसे ऐंठता था. साल भर में अकेले जेल में ही बंद एक बिजनेसमैन की पत्नी से उसने करीब 200 करोड़ रुपए वसूले थे. कई बार तो पैसे लेने के लिए उसने जेल के स्टाफ को उन्हीं की गाड़ी में भेजा था.

 

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