Advertisement

वीजा एक्सपायर होने के बावजूद की थी मदद, चीनी नागरिकों के दोस्त की तलाश में जुटी पुलिस

पिछले दिनों बिहार के सीतामढ़ी से लगे भारत-नेपाल बॉर्डर पर चीन के दो नागरिकों को गिरफ्तार किया गया था. वीजा एक्सपायर होने के बावजूद ये दोनों पिछले दो साल से भारत में रह रहे थे.

ग्रेटर नोएडा पुलिस की गिरफ्त में चाइनीज नागरिक ग्रेटर नोएडा पुलिस की गिरफ्त में चाइनीज नागरिक
भूपेन्द्र चौधरी
  • ग्रेटर नोएडा,
  • 23 जून 2022,
  • अपडेटेड 12:15 AM IST
  • 13 जून को दो चीनी नागरिकों को किया गया था गिरफ्तार
  • चीनी नागिरकों ने भारतीय दोस्त के साथ मिलकर बनाई थी कंपनी

भारत-नेपाल बॉर्डर से 13 जून को दो चीनी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया था. इस मामले की जब जांच की गई तो उनको नोएडा में पनाह देने वाले एक युवक और युवती को भी पुलिस ने गुरुग्राम से अरेस्ट किया. इस कड़ी में उनके क्लब पर छापा मारा गया.

पुलिस अधिकारियों का कहना है कि चीनी नागरिकों और उसके भारतीय दोस्त रवि नटवरलाल ठक्कर ने मिलकर एक कंपनी खोली थी. इसकी जांच संबंधित विभाग कर रहा है. रवि और उसके दोस्तों की तलाश जारी है. गिरफ्तारी के बाद बड़े खुलासे की उम्मीद है. जो भी तथ्य निकलकर सामने आएंगे, उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी.

Advertisement

दरअसल, पिछले दिनों थाना बीटा-2 पुलिस ने दो चीनी नागरिकों को गिरफ्तार किया था. नेपाल बॉर्डर के रास्ते भारत में आए इन दोनों को नोएडा में पनाह देने के आरोप में दो लोगों को गुरुग्राम से गिरफ्तार किया गया. चीनी नागरिक सूफई केले का वीजा दो साल पहले एक्सपायर हो गया था. उसके बाद छिपकर वे लोग अवैध रूप से ग्रेटर नोएडा के जेपी ग्रीन्स में रह रहे थे. चीनी नागरिक मोबाइल्स पार्ट्स पर पीवीसी चढ़ाने की कंपनी चलाता था. गाजियाबाद और नोएडा में इसकी दो यूनिट है. बताया जा रहा है कि दोनों मूल रूप से चीन के बुहान के रहने वाले हैं. 

ग्रेटर नोएडा के एडिश्नल डीसीपी ने बताया कि पकड़े गए चीनी नागरिकों ने अपने भारतीय दोस्त रवि नटवरलाल ठक्कर के साथ मिलकर कंपनी खोली थी. जांच में उन्होंने ग्रेटर नोएडा के थाना इकोटेक-1 स्थित गांव घरभरा में एक क्लब बनाया था. रवि नटवरलाल ठक्कर और उसके सहयोगियों की गिरफ्तारी में पुलिस जुट गई है. अरेस्ट के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.

Advertisement

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement