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दो पत्नियों ने दी थी पति की हत्या की सुपारी, बेटी ने ट्रांसफर किए थे पैसे... शूटर ने बताई पूरी कहानी

Delhi DTC Bus Driver Murder: दिल्ली में डीटीसी बस ड्राइवर की हत्या उसी की दो पत्नियों और बेटी ने मिलकर करवा दी. तीनों ने हत्या की साजिश तीन साल पहले ही रची थी. इसके बाद 15 लाख रुपए में सुपारी देकर पति का मर्डर करवा दिया. इस मामले में पुलिस ने शूटर नईम को झारखंड से गिरफ्तार कर लिया है. शूटर ने पूछताछ में हैरान कर देने वाली बातें बताई हैं.

दो पत्नियों और बेटी ने करवा दी थी शख्स की हत्या. दो पत्नियों और बेटी ने करवा दी थी शख्स की हत्या.
तनसीम हैदर
  • नई दिल्ली,
  • 16 जुलाई 2022,
  • अपडेटेड 11:25 PM IST
  • 6 जुलाई की रात कर दी गई थी डीटीसी बस ड्राइवर की हत्या
  • संपत्ति के लिए दो पत्नियां 3 साल से रच रही थीं साजिश

दिल्ली के गोविंदपुरी इलाके में 6 जुलाई की रात डीटीसी बस ड्राइवर की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस मामले में पुलिस ने मृतक की दो पत्नियों समेत बेटी को हत्या की साजिश रचने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया था. हत्या के बाद दोनों पत्नियां आपस में संपत्ति का बंटवारा करना चाहती थीं. दूसरी पत्नी जो नजमा से गीता बन गई थी, उसने अपने फुफेरे भाई को हत्या के लिए 15 लाख की सुपारी दी थी. पुलिस ने हत्या को अंजाम देने वाले शूटर को गिरफ्तार कर लिया है. पूछताछ में उसने कई हैरान कर देने वाली बातें बताई हैं.

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पूछताछ में शूटर नईम ने पुलिस को बताया कि उसे मृतक की पत्नी नजमा उर्फ ​​गीता के चचेरे भाई इकबाल के जरिए संजीव कुमार की हत्या के लिए सुपारी दी गई थी. उसके खाते में 20 हजार रुपए मृतक संजीव कुमार की बेटी ने ट्रांसफर किए थे. हत्या को अंजाम देने के लिए वह अपने दोस्त मनीष के साथ दिल्ली आया था.

लाजपत नगर में रहने वाले मनीष के चचेरे भाई की बाइक लेकर पहुंचा था. 6 जुलाई 2022 को बाइक से संजीव का पीछा किया और दीपालय स्कूल के पास गोली मार दी. बता दें कि झारखंड के गोड्डा के जमुनी पहाड़पुर निवासी 38 वर्षीय नईम अंसारी 9वीं तक पढ़ा है. वह गुजरात के वलसाड में दर्जी का काम करता था.

दिल्ली से झारखंड भाग गया था शूटर नईम

पुलिस ने शूटर नईम अंसारी मोबाइल की लोकेशन ट्रेस की तो पता चला कि वह दिल्ली से झारखंड भाग गया है. टीम झारखंड पहुंची और कड़ी मशक्कत के बाद नईम को पकड़ लिया. इस दौरान ग्रामीण वहां जमा हो गए और छापेमारी करने वाली टीम को घेर लिया. उन्होंने विरोध करना शुरू कर दिया और बाहर निकलने का रास्ता बंद कर दिया.

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नईम अंसारी को पुलिस हिरासत से मुक्त कराने का प्रयास किया. इसके बाद टीम के सदस्यों ने कारों को पीछे की तरफ भगा दिया. ग्रामीणों ने पुलिस टीम पर पथराव किया, लेकिन टीम बिना किसी हताहत हुए निकल आई. आरोपी को झारखंड की अदालत से ट्रांजिट रिमांड पर लिया गया और दिल्ली लाया गया है.

बता दें कि डीटीसी बस ड्राइवर संजीव कुमार की हत्या के मामले में उसकी पहली पत्नी 42 वर्षीय गीता, 21 वर्षीय कोमल समेत गोविंदपुरी की 28 वर्षीय गीता देवी उर्फ नजमा को पुलिस ने पकड़ा था. कोमल, मृतक संजीव की पहली पत्नी गीता की बेटी है.

साउथ ईस्ट की डीसीपी ईशा पांडे ने बताया था कि 6-7 जुलाई की रात मजीदिया अस्पताल से पुलिस को सूचना मिली थी कि गोविंदपुरी के संजीव को अस्पताल लाया गया है. परिजन बता रहे हैं कि कोई दुर्घटना हुई है. सूचना पर पहुंची पुलिस को पता चला कि संजीव को अस्पताल में उसकी पत्नी गीता उर्फ नजमा ने भर्ती कराया था. जांच में पता चला कि शिकायतकर्ता गीता उर्फ नजमा पुलिस को गुमराह कर रही थी.

पुलिस को मृतक की पत्नी गीता उर्फ नजमा पर हत्या का शक हो रहा था. गीता से दोबारा पूछताछ की गई और उसका मोबाइल फोन लिया गया. मोबाइल फोन की जांच की तो पता चला कि उसने नईम नाम के शख्स को संजीव की बाइक की फोटो शेयर की थी. उसने वह तस्वीर 5 जुलाई को ली थी और उसी दिन उसे डिलीट कर दिया था. शक के आधार पर गीता उर्फ नजमा से कड़ाई से पूछताछ की गई, तो उसने अपराध कबूल कर लिया.

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दोनों पत्नियों की संपत्ति पर थी नजर

महिला ने बताया कि उसके पति ने दो शादियां कर रखी थीं. संजीव के व्यवहार से परेशान होकर उसकी पहली पत्नी गीता अपनी दो बेटियों संग दक्षिणपुरी इलाके में किराए के मकान में रहती है. पहली पत्नी गीता, बेटी कोमल और दूसरी बीवी नजमा ने तीन साल पहले संजीव कुमार की हत्या की योजना बनाई और आपस में संपत्ति बांटने का निर्णय लिया था. फिर तीनों ने मिलकर अपराधिक साजिश रच डाली. नजमा ने शूटर से बात की. शूटर नईम ने हत्या के लिए 15 लाख रुपये में सौदा तय किया था. इसके बाद संजीव की हत्या कर दी थी. पुलिस नईम की तलाश कर रही थी.

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