
यूपी एसटीएफ की टीम ने उमेश पाल हत्याकांड के 50 दिन बाद इस केस में आरोपी अतीक अहमद के बेटे असद अहमद और शूटर गुलाम मोहम्मद को झांसी में एक मुठभेड़ के दौरान ढेर कर दिया. इन दोनों पर यूपी पुलिस ने पांच-पांच लाख रुपये का इनाम घोषित किया था. ऐसे में हम आपको बताते हैं कि आखिर असद और गुलाम का इस चर्चित हत्याकांड में क्या रोल था?
एलएलबी का छात्र था असद अहमद
उमेश पाल हत्याकांड में शामिल पांच शूटरों में एक था असद अहमद, जो इस पूरे हत्याकांड के मास्टरमाइंड बताए जा रहे अतीक अहमद का बेटा था. उसे इस केस में एक अहम किरदार बताया गया था. असद अहमद की बात करें तो वो अतीक अहमद का तीसरे नंबर का बेटा था. असद एलएलबी का स्टूडेंट था. असद की तलाश पुलिस उत्तर प्रदेश, गुजरात, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल से लेकर नेपाल तक में कर रही थी.
कौन था गुलाम मोहम्मद?
गुलाम मोहम्मद प्रयागराज में भाजपा के एक स्थानीय नेता का भाई था. इस हत्याकांड में गुलाम का नाम आने के बाद उसके भाई को बीजेपी ने पार्टी से निकाल दिया था. जब उमेश पाल हत्याकांड की सीसीटीवी फुटेज सामने आई थी, तो एक दुकान के अंदर खड़े शूटर को मोहम्मद गुलाम बताया गया था, जो असद का बेहद करीबी था. यूपी एसटीएफ को आशंका थी कि असद और गुलाम एक साथ किसी महफूज जगह पर छुपे हुए हैं.
24 फरवरी 2023 - उमेश पाल हत्याकांड
यही वो तारीख थी, जब प्रयागराज में दिनदहाड़े राजू पाल हत्याकांड के गवाह उमेश पाल की हत्या कर दी गई थी. उमेश पाल जब अपने घर जा रहे थे, तब गली के बाहर कार से निकलते ही उन पर शूटरों ने फायरिंग कर दी थी. इस दौरान बम भी फेंके गए थे. इस हमले में उमेश पाल और उनके दो गनर्स की मौत हो गई थी. उमेश पाल की पत्नी ने इस मामले में अतीक, उसके भाई अशरफ समेत 9 लोगों पर मामला दर्ज कराया था.
सीसीटीवी कैमरे में कैद थीं असद की तस्वीरें
दरअसल, उस दिन शूटआउट की जो तस्वीरें मौका-ए-वारदात पर लगे कई सीसीटीवी कैमरों में कैद हुईं थी, उनमें से एक कैमरे की फुटेज में दिख रहा था कि उमेश पाल की कार के पीछे एक सफेद रंग क्रेटा कार चल रही थी. जब उमेश पाल पर हमला हुआ था, तो एक शूटर उस क्रेटा कार से निकलकर बाहर आया था और उसने भी उमेश पाल को निशाना बनाकर गोलियां चलाईं थी. उसी फुटेज के आधार पर पुलिस ने जब शिनाख्त की थी, तो पता चला था कि वो शूटर कोई और नहीं बल्कि अतीक अहमद का तीसरा बेटा असद अहमद था. इसी के बाद से यूपी पुलिस ने उसका नाम पांच प्रमुख आरोपियों की लिस्ट में शामिल किया था.
असद समेत सभी आरोपियों पर था पांच-पांच लाख का इनाम
पुलिस को इस हत्याकांड में 5 शूटरों की तलाश थी. जिनमें अतीक अहमद का बेटा असद अहमद, अरमान, गुलाम मोहम्मद, गुड्डू मुस्लिम और साबिर शामिल हैं. इन सभी पर 5-5 लाख का इनाम घोषित किया गया था. इतना ही नहीं पुलिस ने शूटर विजय चौधरी उर्फ उस्मान और हत्याकांड में इस्तेमाल क्रेटा कार के ड्राइवर अरबाज को एनकाउंटर में मार गिराया था.
उमेश की हत्या के बाद अजमेर पहुंचा था गुलाम
उमेश पाल हत्याकांड में 5 लाख का इनामी शूटर गुलाम शूटआउट के बाद अजमेर पहुंचा था. शूटआउट के बाद पुलिस को मोहम्मद गुलाम की लोकेशन अजमेर की दरगाह के आसपास मिली थी. मारे गए शूटर विजय के फोन से पुलिस को अजमेर कनेक्शन मिला था. शूटआउट से पहले भी विजय और मोहम्मद गुलाम अजमेर साथ गए थे. हत्याकांड को अंजाम देने के बाद गुलाम ने भागने के लिए अजमेर में पहले ही इंतजाम कर लिया था.
28 फरवरी को मिली थी लास्ट लोकेशन
प्रयागराज में उमेश पाल की हत्या के बाद सभी शूटरों के नाम के साथ तस्वीरें सामने आई थीं, जिनमें विजय चौधरी की पहचान नहीं हो पाई थी. विजय को लगा था कि उसे किसी ने पहचाना नहीं है, इसलिए वह मोहम्मद गुलाम के साथ नहीं भागा था. 28 फरवरी को गुलाम के आखिरी मूवमेंट के बाद से कोई लोकेशन नहीं मिली थी. 28 फरवरी को ही गुलाम अजमेर जा पहुंच था.
शूटआउट में इस वजह से शामिल हुआ था असद
उमेश पाल हत्याकांड में जांच कर रही पुलिस टीम को पता चला था कि बरेली जेल में बंद अशरफ और शूटर मोहम्मद गुलाम नहीं चाहते थे कि माफिया अतीक अहमद का तीसरे नंबर का बेटा असद अहमद, उमेश पाल हत्याकांड में शामिल हो. लेकिन अतीक की जिद पर असद को उमेश पाल हत्याकांड में शामिल किया गया था और उससे गोली चलवाई गई थी.
केस में असद का नाम आने पर शाइस्ता ने जताई थी नाराजगी
सूत्रों के मुताबिक, उमेश पाल की हत्या के बाद अतीक अहमद ने कहा था कि वो 18 साल बाद चैन की नींद सोया. सूत्रों का दावा कि उमेश पाल की हत्या के बाद पत्नी शाइस्ता ने अतीक अहमद को साबरमती जेल में फोन किया था. असद का नाम और फुटेज सामने आने के बाद शाइस्ता ने अतीक अहमद से नाराज़गी जाहिर की थी.
'18 साल बाद चैन की नींद'
फोन पर शाइस्ता ने रोते हुए कहा कि असद बच्चा है, उसे इस मामले में नहीं लाना चाहिए था. सूत्रों के मुताबिक, अतीक ने कहा था कि असद की वजह से 18 साल बाद वो चैन की नींद सोया है, उमेश पाल के चलते उसकी नींद हराम हो गई थी. शाइस्ता से अतीक ने फोन पर कहा था कि असद शेर का बेटा है, उसने शेरों वाला काम किया है.
असद को शरण देने वाले भी गिरफ्तार
हाल ही में असद को शरण देने के मामले में दिल्ली पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया था. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने जावेद, जीशान और खालिद को गिरफ्तार किया था. इससे पहले आर्म्स एक्ट से जुड़े मामले में पुलिस ने अवतार सिंह को गिरफ्तार किया था. अवतार ने खुलासा किया था कि उसने जीशान और खालिद को 10 हथियार सप्लाई किए थे.
पूछताछ के दौरान खालिद और जीशान ने बताया था कि उन्होंने असद और गुलाम को दिल्ली में सीक्रेट ठिकाने पर शरण दी थी. इसके बाद पुलिस ने 31 मार्च को जावेद को गिरफ्तार किया था. जावेद ने बताया कि उमेश पाल की हत्या के बाद असद और गुलाम उससे मिले थे. इस खुलासे के बाद पुलिस ने तीनों आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया था.