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Umesh Pal Murder Case: माफिया डॉन अतीक अहमद के बेटे असद अहमद को दिल्ली में मदद करने वाले तीन लोगों को पहचान हो गई है. हत्याकांड के बाद फरार असद छुपने के लिए दिल्ली पहुंचा था. इन लोगों में शामिल एक व्यक्ति ने असद को पैसे मुहैया कराए थे.
दरअसल, पुलिस को पता चला है कि दिल्ली में असद का पुराना ड्राइवर रहता है. उमेश पाल की हत्या करने के बाद असद अहमद छुपने के लिए दिल्ली पहुंचा था. ड्राइवर सहित तीन लोगों की असद से मुलाकात हुई थी. फिर असद ने ड्राइवर को मेरठ पैसे लेने के लिए भेजा था. यहां आकर ड्राइवर ने मेरठ से पैसे लिए थे और वापस दिल्ली जाकर असद को दिए थे.
असद की तलाश हुई तेज
जानकारी लगने के बाद अब पुलिस ने असद की तलाश शुरू कर दी है. उसके संभावित ठिकानों का पता लगाया जा रहा है. उमेश पाल हत्याकांड को आज 45 दिन पूरे हो चुके हैं. लेकिन, मुख्य आरोपी अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन और पांचों शूटर फरार हैं. असद ने भी उमेश पर गोलियां बरसाईं थीं.
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असद की तलाश में लगी हैं 9 टीमें
उमेश पाल हत्याकांड की मुख्य आरोपियों की तलाश में पुलिस जुटी हुई है. शूटरों को ढूंढने के लिए पुलिस ने नए सिरे से कवायद शुरू की है. अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता की तलाश में पुलिस की 3 टीमें और अतीक के बेटे असद की तलाश में 9 टीमें लगाई गई हैं, लेकिन पुलिस को अभी तक इन्हें पकड़ने में सफलता हाथ नहीं लगी है.
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डाटा और वॉट्सऐप चैट खंगाल रही पुलिस
उमेश पाल हत्याकांड के बाद फरार पांचों शूटरों को पनाह देने वालों में उमर और अली के पुराने मददगार भी रडार पर हैं. पुलिस को शक है कि असद अपने ऐसे मददगार के पास, जिसका पहले कोई रिकॉर्ड नहीं रहा है. यूपी पुलिस की टीमों ने एक बार फिर कॉल डिटेल और सर्विलांस में मिले डाटा और वॉट्सऐप चैट को खंगालना शुरू किया.
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आईफोन बन रहा आरोपियों की गिरफ्तारी में सबसे बड़ा रोड़ा
फरार चल रहे पांचों शूटरों का 15 मार्च के बाद से कोई मूवमेंट नहीं मिला है. पुलिस को शक है कि शाइस्ता और बाकी शूटर आईफोन के जरिए एक दूसरे के संपर्क में हैं. उमेश पाल हत्याकांड से पहले ही पशु तस्करी वाले रैकेट से 40 से ज्यादा प्रीएक्टीवेटेड सिम हासिल किए गए थे. फर्जी नाम पते पर हासिल किए गए सिम का अब शूटर इस्तेमाल कर रहे हैं.
पुलिस के सूत्रों का कहना है कि शूटर आईफोन के फेसटाइम का इस्तेमाल कर रहे हैं. पुलिस को फेसटाइम का डेटा डिटेल नहीं मिल पा रहा है. आईफोन ग्राहक की मर्जी से ही डाटा देता है. आईफोन में नेट कॉलिंग के तमाम फीचर्स के चलते ही उमेश पाल हत्याकांड की साजिश से लेकर हत्याकांड को अंजाम देने तक आईफोन का इस्तेमाल किया गया.
दिल्ली वाले मददगारों से मिल सकती है अहम जानकारी
अब पुलिस को असद के दिल्ली वाले मददगारों की जानकारी मिली है. यदि यह लोग पुलिस की पकड़ में आते हैं तो पूछताछ में पुलिस को इनसे अहम जानकारी मिल सकती है.