
उत्तर प्रदेश एटीएस और छत्तीसगढ़ पुलिस की एक संयुक्त टीम ने बुधवार को छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले से एक संदिग्ध आईएसआईएस आतंकवादी को गिरफ्तार किया है. पकड़ा गया संदिग्ध अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) से पीएचडी कर रहा था. आरोपी अलीगढ़ का रहने वाला ही बताया जा रहा है. यूपी एटीएस की टीम आरोपी को ट्रांजिट रिमांड पर लखनऊ ले आई है.
आरोपी संदिग्ध को भिलाई से गिरफ्तार किया गया. वह एसबीआई कालोनी के मकान नंबर 127/ 8 में गुपचुप तरीके से रह रहा था. आरोपी की पहचान वजीहुद्दीन के तौर पर हुई है. जिसका संबंध आतंकी संगठन आईएसआईएस (ISIS) के साथ बताया जाता है. उसके साथ संगठन के कुछ सदस्य देश विरोधी गतिविधियों में लिप्त पाए गए हैं.
पुलिस के मुताबिक, सभी आरोपी ISIS से जुड़े हुऐ थे. अब आरोपी वजीहउद्दीन को यूपी एटीएस की टीम ट्रांजिट रिमांड पर लखनऊ लेकर पहुंची है. आरोपी के संबंध में कार्रवाई से पहले ही दुर्ग पुलिस को सूचना दे दी गई थी. दुर्ग पुलिस ने एक बयान में कहा कि उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जनपद के रहने वाले वजीहुद्दीन को जिले के सुपेला पुलिस थाना क्षेत्र के स्मृति नगर से पकड़ा गया है.
असल में झांसी की आतंकवाद-रोधी दस्ता (एटीएस) इकाई वजीहुद्दीन को ट्रैक करने के लिए छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में गई थी. उसके खिलाफ एटीएस लखनऊ ने भारतीय दंड संहिता और गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम, 1967 के प्रासंगिक प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया था. एटीएस की तरफ से कहा गया कि 24 घंटे के तलाशी अभियान के बाद आरोपी को पकड़ लिया गया.
दुर्ग पुलिस ने वजीहुद्दीन को यूपी एटीएस को सौंप दिया था और अदालत से जुड़ी आगे की प्रक्रिया पूरी की गई. प्रारंभिक पूछताछ में वजीहुद्दीन ने बताया कि वह एएमयू (अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय) के छात्र से जुड़ा था और आईएसआईएस (इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया) की विचारधारा का समर्थक था.
दावा किया गया कि छत्तीसगढ़ से गिरफ्तार किए गए आरोपी वजीहुद्दीन का संबंध कथित तौर पर आईएसआईएस के सदस्य मोहम्मद रिजवान के साथ था.