Advertisement

दौलत, जमीन और जलन... चाचा ने ही रची थी मासूम शौर्य के कत्ल की साजिश, 5 दिन बाद ऐसे खुला राज

बागपत जिले के कोतवाली खेकड़ा इलाके में एक गांव पड़ता है, जिसका नाम है फखरपुर. उसी गांव में सोहनबीर का परिवार रहता है. जिसमें उनका 7 वर्षीय मासूम बेटा शौर्य भी था. उस दिन शाम के वक्त वो घर से ट्यूशन पढ़ने के लिए गया था. लेकिन फिर लौटकर नहीं आया.

मासूम शौर्य की लाश पुलिस ने एक खेत से बरामद की है मासूम शौर्य की लाश पुलिस ने एक खेत से बरामद की है
परवेज़ सागर
  • बागपत,
  • 21 दिसंबर 2022,
  • अपडेटेड 10:41 AM IST

पुलिस के सामने कई बार जुर्म के ऐसे मामले आते हैं, जिनका खुलासा सबको हैरान कर देता है. ऐसा ही एक मामला हाल ही में यूपी पुलिस के सामने भी आया. जिसमें एक पांच साल के मासूम बच्चे को उसके घर के बाहर से अगवा कर लिया गया. घरवाले उसे यहां वहां तलाश करते रहे. फिर पुलिस के पास जाकर मामले की शिकायत दर्ज कराई. लेकिन बच्चे का कोई सुराग नहीं मिला. मगर पांच दिन बाद कुछ ऐसा हुआ कि पुलिस और घरवालों के होश उड़ गए. 

Advertisement

15 दिसंबर 2022, बागपत - उत्तर प्रदेश
बागपत जिले के कोतवाली खेकड़ा इलाके में एक गांव पड़ता है, जिसका नाम है फखरपुर. उसी गांव में सोहनबीर का परिवार रहता है. जिसमें उनका 7 वर्षीय मासूम बेटा शौर्य भी था. उस दिन शाम के वक्त वो घर से निकलकर ट्यूशन पढ़ने के लिए गया हुआ था. लेकिन देर शाम का वक्त हो जाने पर भी वह वापस अपने घर नहीं लौटा. घरवालों की उसकी चिंता हुई तो वे ट्यूशन टीचर के पास पता करने जा पहुंचे. वहां से पता चला कि शौर्य तो घर जाने के लिए वक्त पर निकल गया था.

अज्ञात लोगों ने किया अपहरण
ये बात सुनकर घरवालों के होश फाख्ता हो गए. उनके पैरों तले से जमीन खिसक गई. उन्होंने शौर्य को रास्ते में और आस-पास तलाश किया. लेकिन वो नहीं मिला. लेकन बाद में पता चला कि शाम को ट्यूशन से घर लौटते वक्त अज्ञात लोगों ने शौर्य का अपहरण कर लिया था. परेशान हाल परिजन इस मामले की शिकायत लेकर पुलिस थाने पहुंचे और पुलिस को सारी जानकारी दी. 

Advertisement

पुलिस को भी नहीं मिला सुराग 
शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने शौर्य के परिवार से पूछा कि किसी से उनकी कोई दुश्मनी या पुरानी रंजिश तो नहीं है. घरवालों ने ऐसी किसी भी बात से इनकार कर दिया. पुलिस ने उनसे पूछा कि क्या उन्हें किसी पर शक है? तो घरवालों का कहना था कि उन्हें किसी पर शक नहीं. ये सारी जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी. पुलिस बच्चे की तलाश में जुट गई. शौर्य को गांव के आस-पास और जंगलों में तलाश करने के लिए ड्रोन और डॉग स्क्वॉड की मदद ली गई, लेकिन अफसोस कि उसका कोई सुराग नहीं लग पा रहा था.

सीसीटीवी कैमरा से मिला अहम सुराग
इस मामले की जानकारी बागपत के आला अफसरों को भी हो चुकी थी. लिहाजा, पुलिस ने मासूम शौर्य का पता बताने वाले या उसकी जानकारी देने वाले को 50 हजार रुपये का इनाम देने का ऐलान कर दिया. मगर इसके बावजूद भी पुलिस के हाथ खाली थे. पुलिस आसपास के इलाकों में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी खंगाल रही थी. तभी एक सीसीटीवी कैमरे की फुटेज से पुलिस को एक अहम सुराग मिल गया. सीसीटीवी कैमरा की फुटेज में शौर्य अपनी ट्यूशन से निकलकर घर की तरफ पैदल ही जाते हुए दिख रहा है.

Advertisement

शक के आधार पर चाचा से पूछताछ
इसके बाद पुलिस ने ट्यूशन से घर तक जाने वाले रास्ते में पड़ने वाले सभी घरों और दुकानों पर शौर्य के बारे में पूछताछ की तो पुलिस को पता चला कि उस शाम शौर्य किसी के साथ मोटरसाइकिल पर बैठकर चला गया था. गांववालों ने बाइक वाले का हुलिया भी बताया था. इसके बाद पुलिस को कुछ लोगों पर शक हुआ और उन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ की गई. इसी दौरान पुलिस का ध्यान शौर्य के चाचा की तरफ गया, जो खुद भी शौर्य को तलाश रहा था. पुलिस ने उसे भी शक के आधार पर पूछताछ के लिए बुला लिया.

चाचा ही निकला कातिल
पुलिस ने देखा कि पूछताछ के दौरान शौर्य का चाचा विनीत असहज हो रहा था. वो सवालों के गोल माल जवाब देने लगा. पुलिस ने ये देखकर उसके साथ सख्ती दिखाई और कड़ी पूछताछ की तो इस पूरे मामले से पर्दा उठ गया. विनीत ने पुलिस को बताया कि उसी ने अपने चचेरे भाई अक्षित और दोस्त नीरज के साथ मिलकर शौर्य को अगवा किया था. पहले वो शौर्य को छोड़ने के नाम पर फिरौती मांगना चाहते थे, लेकिन अपहरण के महज 10 से 20 मिनट के भीतर ही उन्होंने शौर्य की हत्या कर दी थी. इसके बाद उसकी लाश को बोरे में डालकर गांव के पास एक खेत में दफ्न कर दिया था.

Advertisement

इसलिए किया था भतीजे का अपहरण
आरोपी विनित ने पुलिस को बताया कि उसके पिता जगबीर एमटीएनएल में काम करते थे. उनका रिटायरमेंट एक साल पहले हुआ था. उस वक्त विभाग से उन्हें करीब 30 लाख रुपये मिले थे. जिससे उन्होंने एक जमीन खरीदी थी. बाकी पैसा उनके पास था. जगवीर अपने बड़े बेटे सोहनबीर के साथ ही रहा करते थे. लेकिन विनीत उनसे अलग रहता था. अब वो पिता के रिटायरमेंट के बाद मिले पैसे में से अपना हिस्सा और जमीन चाहता था. इसी के चलते विनीत ने अक्षित के साथ मिलकर अपने भतीजे शौर्य को अगवा करने की साजिश रची थी. लेकिन वारदात के वक्त वो घबरा गया और उसने पकड़े जाने के डर से शौर्य का कत्ल कर दिया. 

खेत से बरामद हुई शौर्य की लाश
हैरानी की बात ये है कि पहले दिन से ही आरोपी शौर्य को तलाश करने के नाम पर पुलिस के साथ-साथ घूम रहा था. ताकि किसी को उस पर शक ना हो. मंगलवार को पुलिस ने उसकी निशानदेही पर शौर्य की लाश बरामद कर ली. जिसे पंचनामे के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया. पुलिस ने इस मामले में शौर्य के चाचा विनीत, अक्षित और नीरज को गिरफ्तार कर लिया है. सभी आरोपियों ने अपना जुर्म कुबूल कर लिया है.

Advertisement

(इनपुट- बागपत से दुष्यंत त्यागी)

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement