
यूपी की बरेली पुलिस (Bareilly police) ने एक बड़े साइबर क्राइम (Cyber crime) मामले का खुलासा किया है. पुलिस के अनुसार, साइबर ठगों ने लोगों को 3 हजार करोड़ से अधिक का चूना लगाया है. इस मामले में पुलिस ने मंजारुल इस्लाम नाम के आरोपी को गिरफ्तार किया है. इसके गैंग में एक दो नहीं, बल्कि सैकड़ों लोग शामिल हैं, जिन्हें पकड़ने के लिए पुलिस लगातार प्रयास कर रही है.
जानकारी के अनुसार, पुलिस का कहना है कि जब देश में लोग कोरोना की मार झेल रहे थे, लोगों की नौकरियां चली गई थीं और लोग बेरोजगार थे, तब इन साइबर ठगों ने लोगों की मजबूरी का फायदा उठाते हुए लोगों को रोजगार देने के नाम पर ठगी का शिकार बनाया. लोग इनके झांसे में आते गए और अपने अकाउंट की डिटेल देकर ठगी का शिकार हो गए. पुलिस का कहना है कि अब तक हजारों लोग इस गैंग की ठगी का शिकार हुए हैं.
पुलिस ने बताया कि अक्टूबर 2021 के लास्ट वीक में एक महिला की शिकायत आई थी. बहेड़ी की एक महिला ने ठगी का आरोप लगाया था. मजारूल इस्लाम नाम के आरोपी के खाते में 11 अक्टूबर 2021 को एक दिन में लगभग पौने पंद्रह करोड़ का ट्रांजेक्शन हुआ. इस मामले में एक चीनी का नाम भी उभरकर आया है. बताया जा रहा है कि चीनी इस मामले का मास्टरमाइंड है. पुलिस के अनुसार, चीनी व्यक्ति ने एक बिजनेस अकाउंट बनाया. यह इसलिए बनाया गया था कि इसमें कितना भी पैसा आए, उस पर बैंक बहुत ज्यादा ध्यान नहीं रखता. जांच में पता चलेगा कि अब तक खाते में कितने लोगों का पैसा आया है.
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बरेली साइबर थाने के इंस्पेक्टर अनिल कुमार ने बताया कि बहेड़ी निवासी एक शिक्षिका ने अक्टूबर 2021 में FIR दर्ज करवाई थी. इसमें उसने बताया था कि उसके खाते से दो लाख रुपये से अधिक साइबर ठगों ने उड़ा दिए हैं. पुलिस ने छानबीन शुरू की तो साइबर ठगी के तार चीन से जुड़े मिले. पुलिस ने इस मामले में सबसे पहले एक आरोपी को गिरफ्तार किया.
बरेली साइबर सेल के प्रभारी अनिल कुमार ने बताया कि जिसके अकाउंट में एक महीने में 201 करोड़ का ट्रांजेक्शन हुआ था, उसके अकाउंट की डिटेल ली गई तो करीब 2000 से अधिक पेज की डिटेल निकली है. वो आरोपी महाराष्ट्र की जेल में है. पुलिस ने जब महिला द्वारा दिए गए अकाउंट की डिटेल निकलवाई तो पता चला कि इसमें मंजारुल इस्लाम नाम का शख्स शामिल है. उसे 28 अप्रैल को गुड़गांव से गिरफ्तार किया गया.