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पहले सुनील पाल, फिर मुश्ताक खान का अपहरण... मास्टरमाइंड लवी पाल के एनकाउंटर में पकड़े जाने की कहानी

एसपी अभिषेक झा के मुताबिक, इस डील के चलते 20 नवंबर को मुश्ताक खान दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचे थे. जहां से एक कार में बैठाकर उन्हें बिजनौर लाया गया, जहां उन्हें चाहशीरी में मास्टरमाइंड बदमाश लवी पाल के घर में बंधक बनाकर रखा गया था.

मुठभेड़ के दौरान ही लवी पाल के पैर में गोली लगी है मुठभेड़ के दौरान ही लवी पाल के पैर में गोली लगी है
aajtak.in
  • बिजनौर,
  • 23 दिसंबर 2024,
  • अपडेटेड 5:49 PM IST

उत्तर प्रदेश की बिजनौर पुलिस ने अभिनेता मुश्ताक खान और कॉमेडियन सुनील पाल को इवेंट के बहाने अगवा करने वाले गिरोह के मास्टरमाइंड को गिरफ्तार कर लिया है. रविवार-सोमवार की दरम्यानी रात एक मुठभेड़ के बाद शातिर बदमाश लवी पाल उर्फ ​​राहुल सैनी को गिरफ्तार किया गया. एनकाउंटर के दौरान आरोपी लवी पाल घायल हो गया.

बिजनौर के पुलिस अधीक्षक (SP) अभिषेक झा ने बताया कि 15 अक्टूबर को आरोपी ने खुद को राहुल सैनी बताते हुए फिल्म अभिनेता मुश्ताक खान को फोन किया था और उन्हें 20 नवंबर को मेरठ में आयोजित होने वाले एक कार्यक्रम के लिए बुलाया था. साथ उन्हें 25,000 रुपये एडवांस और फ्लाइट टिकट देने की पेशकश की थी.

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एसपी अभिषेक झा के मुताबिक, इस डील के चलते 20 नवंबर को मुश्ताक खान दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचे थे. जहां से एक कार में बैठाकर उन्हें बिजनौर लाया गया, जहां उन्हें चाहशीरी में लवी पाल के घर में बंधक बनाकर रखा गया था. लेकिन अभिनेता मुश्ताक अपहरण के एक दिन बाद किसी तरह से बदमाशों की कैद से भागने में सफल हो गए थे. 

पुलिस अधीक्षक (SP) अभिषेक झा ने पीटीआई को बताया कि 21 नवंबर की सुबह जब अपहरणकर्ता सो रहे थे, तो मुश्ताक खान वहां से भागने में सफल हो गए थे और उन्होंने पास की एक मस्जिद में जाकर शरण ली थी. वहां से वे सुरक्षित घर लौटे. 

एसपी अभिषेक झा ने बताया कि उनके इवेंट मैनेजर शिवम यादव ने बाद में 9 दिसंबर को बिजनौर कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई थी. उन्होंने बताया कि आगे की जांच में पता चला कि इस गिरोह ने मेरठ में सुनील पाल को निशाना बनाने के लिए यही तरीका अपनाया था. 

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मुश्ताक खान को अगवा करने के दौरान उनके मोबाइल फोन से 2.5 लाख रुपये का लेन-देन किया गया. पुलिस इस मामले में गिरोह के छह सदस्यों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है, लेकिन पुलिस मास्टरमाइंड लवी पाल और तीन अन्य बदमाशों की तलाश कर रही थी. 

इसी दौरान एक गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस को पता चला कि लवी पाल और उसका चचेरा भाई शुभम 22-23 दिसंबर की रात को मंडावर रोड स्थित जैन फार्म में पहुंचेंगे. पुलिस ने वहां जाल फैला दिया. लेकिन जब पुलिस ने वहां दोनों को पकड़ने की कोशिश की, तो उन्होंने पुलिस टीम पर गोलियां चला दीं. एक गोली एसएचओ उदय प्रताप की बुलेटप्रूफ जैकेट में लगी.

एसपी अभिषेक झा ने बताया कि मुठभेड़ में पुलिस की जवाबी कार्रवाई के दौरान लवी पाल के पैर में गोली लग गई, जबकि शुभम भागने में सफल रहा. लवी पाल को गिरफ्तार कर लिया गया और इलाज के लिए जिला अस्पताल ले जाया गया. 

एडिशनल एसपी (ASP) संजीव बाजपेयी ने बताया कि लवी पाल के पास से एक देसी पिस्तौल, दो कारतूस और मुश्ताक खान के अपहरण के दौरान वसूली गई 35,050 रुपये की रकम बरामद की गई है. उन्होंने बताया कि बदमाशों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत सख्त कार्रवाई करने की जाएगी और आपराधिक गतिविधियों से अर्जित संपत्ति भी जब्त की जाएगी. 

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बिजनौर और मेरठ पुलिस ने लवी पाल की गिरफ्तारी पर 25,000 रुपये का इनाम रखा था. पुलिस अधिकारी अब उससे पूछताछ कर रहे हैं ताकि उसके गिरोह के संचालन और फिल्म उद्योग में अन्य संभावित टारगेट के बारे में जानकारी मिल सके.

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