
योगी सरकार में हुई कई घटनाओं ने भी पुलिस के तमाम दावों की पोल खोल दी. वो फिर चाहे उन्नाव का कुलदीप सेंगर कांड हो, शाहजहांपुर का चिन्मयानंद कांड, हाथरस का बलात्कार कांड, अलीगढ़ का गुड़िया कांड या फिर उन्नाव की रेप पीड़िता का एक्सीडेंट केस. इन सभी मामलों ने सरकार के लिए मुसीबत खड़ी की और विपक्षी पार्टियों को हमले का मौका दिया. हालांकि बीजेपी इन हमलों का जवाब देने में पीछे नहीं रही.
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बोले- 4 सालों में हुए 40 बड़े घोटाले
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू सरकार के इन 4 सालों को झूठ, धोखा और प्रदेश के लोगों के साथ हुए विश्वासघात वाले साल बताते हैं. अजय लल्लू का आरोप है कि इन 4 सालों में 40 बड़े घोटाले हुए. वह फिर चाहे पशुधन घोटाला हो, डीएचएफएल घोटाला, स्मार्ट मीटर घोटाला, टोरंटो घोटाला, सहकारिता विभाग का घोटाला, छात्रवृत्ति घोटाला या फिर इंवेस्टर समिट आयोजन घोटाला हो.
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष आगे कहते हैं कि दूसरे प्रदेशों में डींग हांकने वाले सीएम प्रचार मंत्री बन गए हैं. यूपी में रोज हत्या लूट बलात्कार हो रहे हैं. जंगलराज है, लेकिन सरकार मूकदर्शक बनी हुई है. बिगड़ती कानून-व्यवस्था और अपनी नाकामी को छिपाने के लिए लव जिहाद और वसूली कानून का शिगुफा छोड़कर प्रोपेगेंडा किया जा रहा है.
सपा नेता बोले- यूपी में हो रहे निर्भया जैसे जघन्य कांड
समाजवादी पार्टी के एमएलसी उदय वीर सिंह का आरोप है कि निर्भया जैसे जघन्य कांड यूपी में हो रहे हैं. पिछली सरकार के द्वारा किए गए अच्छे इंतजामों को बदहाल किया जा रहा है. यूपी 100 और 1090 को संसाधन नहीं दिए जा रहे हैं. पुलिस को अपराधी बना दिया गया है. पुलिस अफसर फरार हैं. आपराधिक मानसिकता वाले पुलिसकर्मियों का यूपी में राज चल रहा है. अपराधियों की तरह पुलिस लूट और रंगदारी वसूली कर रही है.
पूर्व डीजीपी ने भी की सरकार के दावों की तस्दीक
योगी सरकार के दावों की तस्दीक अखिलेश सरकार में यूपी पुलिस के चीफ रह चुके पूर्व डीजीपी एके जैन भी करते हैं. पूर्व डीजीपी जैन का कहना है कि उनके अपने कार्यकाल और मौजूदा हालात की तुलना करें तो आज उत्तर प्रदेश में हालात बेहतर है, अपराध नियंत्रण में है. अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए खुद मुख्यमंत्री आदेश दे रहे हैं तो इसका लाभ ये है कि पुलिस पर छूटभैया नेताओं का दबाव खत्म हुआ है. पहली बार माफियाओं की संपत्ति पर बुलडोजर चल रहा है. संगठित अपराध, अपहरण सुपारी किलिंग लगभग खत्म हो चुका है. ऐसे गैंग नियंत्रण में है या खत्म किए जा चुके हैं.
हालांकि पूर्व डीजीपी एके जैन कानपुर में हुए बिकरू कांड को दुखद बताते हुए इसे पुलिसिया लापरवाही और अफसरों के संरक्षण का नतीजा भी मानते हैं. लेकिन उनका कहना है कि मामला मुख्यमंत्री के संज्ञान में आते ही नजीर पेश करने वाली कार्रवाई की गई. उनका कहना है कि योगी सरकार के इस कार्यकाल में दंगाइयों से नुकसान की भरपाई का फैसला एक कारगर कदम है.
बीजेपी ने भी दिया जवाब
उधर, बीजेपी विपक्ष को जवाब देने में पीछे नहीं रही. भाजपा नेताओं ने विपक्ष के दावों को पूरी तरह से नकार दिया. विपक्षी दावों का खंडन करते हुए भारतीय जनता पार्टी ने बयान दिया कि वह सब धर्मों के साथ समान व्यवहार करते हैं. लेकिन अपराधियों का कोई धर्म नहीं होता. किसी को भी जानबूझकर निशाना नहीं बनाया गया है. कानून व्यवस्था मजबूत हुई है. जिसकी वजह से अपराधों में कमी आई है.