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सरकार ने जारी किए बीते 7 महीने के आंकड़े, कहा- यूपी में जुर्म हुए कम

उत्तर प्रदेश में एक के बाद एक आपराधिक घटनाएं पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बनती जा रही हैं. बढ़ती आपराधिक घटनाओं को लेकर सूबे की सियासत गर्म है. वहीं सरकार ने अपराधों के आंकड़े जारी कर यह बताने की कोशिश की है कि राज्य में अपराधों में काफी कमी आई है.

पिछले एक हफ्ते में लगातार संगीन घटनाएं सामने आई हैं पिछले एक हफ्ते में लगातार संगीन घटनाएं सामने आई हैं
कुमार अभिषेक/परवेज़ सागर
  • लखनऊ,
  • 21 अगस्त 2020,
  • अपडेटेड 12:09 AM IST

  • सरकार ने जारी किया बीते 7 महीनों का रिकॉर्ड
  • सरकारी आंकड़ों का दावा- अपराध हुए हैं कम

उत्तर प्रदेश में एक के बाद एक आपराधिक घटनाएं पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बनती जा रही हैं. बढ़ती आपराधिक घटनाओं को लेकर सूबे की सियासत गर्म है. वहीं सरकार ने अपराधों के आंकड़े जारी कर यह बताने की कोशिश की है कि राज्य में अपराधों में काफी कमी आई है.

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यूपी सरकार का दावा- कम हुए अपराध

यूपी सरकार ने राज्य में रिकॉर्ड किए गए अपराधों के सरकारी आंकड़े जारी किए हैं. आंकड़े बीते 7 महीनों के हैं. सरकारी क्राइम डाटा पर नजर डाली जाए तो पता चलता है कि राज्य में डकैती, लूट, हत्या और बलात्कार के मामलों में काफी कमी आई है.

- गुंडे और माफियाओं के खिलाफ बीते साल की अपेक्षा अधिक कार्रवाई हुई है.

- अब तक डकैती की 38 घटनाएं सामने आई हैं, जो बीते साल की अपेक्षा 44.12 फीसदी कम है.

- इस दौरान लूट की 792 घटनाएं दर्ज की गईं, जो बीते साल की अपेक्षा 42.57 कम है.

- इसी प्रकार हत्या की 2032 घटनाएं सामने आई हैं, जिनमें बीते साल की अपेक्षा 7.80 फीसदी की कमी दर्ज की गई है.

- बलात्कार के अब तक 1216 घटनाएं दर्ज की गई, बीते साल की अपेक्षा ये आंकडा 28.13 फीसदी कम है.

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- अब तक गुंडा एक्ट में 17908, गैंगस्टर एक्ट में 2346 और रासुका के तहत 112 अपराधियों और माफियाओं पर की कार्रवाई की गई.

आगरा में डॉक्टर का मर्डर

हालांकि यूपी में पिछले कुछ दिनों में कई ऐसे सनसनीखेज अपराध हुए हैं जो पुलिस और राज्य सरकार के लिए चुनौती बने हुए हैं. आगरा शहर के बाहर एक खाली प्लॉट में बुधवार को एक लड़की की लाश मिली थी. शिनाख्त करने पर पता चला कि मरने वाली लड़की डॉक्टर योगिता गौतम थी. जो आगरा के सरोजिनी नायडू मेडिकल कॉलेज से पास आउट थी. डॉक्टर योगिता का फोन मंगलवार से ही नहीं लग रहा था. घर वाले हैरान-पेरशान थे. थाने में भी रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी, लेकिन योगिता का अता-पता नहीं था. योगिता का परिवार दिल्ली में रहता है. जब बेटी का फोन नहीं लगा तो परेशान होकर वो घरवाले आगरा पहुंचे.

घरवालों ने पुलिस को बताया कि उरई जालौन मेडिकल कॉलेज का मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर विवेक तिवारी उनकी बेटी को लगातार परेशान कर रहा था. जान से मारने की धमकी दे रहा था. पुलिस ने तफ्तीश शुरू की. जहां योगिता की लाश मिली उसके आसपास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली गई. इसके बाद डॉक्टर विवेक तिवारी को हिरासत में लिया गया. योगिता की पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक उसके सिर और गले पर चोट के निशान थे. रिपोर्ट से पता चला कि मरने से पहले महिला ने अपनी जान बचाने के लिए संघर्ष भी किया था. घरवालों का शक सही साबित हुआ, विवेक तिवारी कातिल निकला.

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फिरोजाबाद में सुनार को जलाया

आगरा के करीब ही यूपी के फिरोजाबाद में दिल दहला देने वाला मामला सामने आया. जहां एक दिन पहले ही आपसी रंजिश में दुकान पर बैठे एक दुकानदार पर कुछ ज्वलनशील पदार्थ फेंक दिया गया. उसके पूरे शरीर में आग लग गई. वह गंभीर रूप से जल गया. उसे आगरा रेफर किया गया. पुलिस का कहना है कि पारिवारिक रंजिश की वजह से इस घटना को अंजाम दिया गया.

घटना थाना उत्तर क्षेत्र के कृष्णा पाड़ा इलाके की है. जहां 40 वर्षीय सुनार राकेश कुमार वर्मा दुकान पर बैठे थे. उसी समय दो युवकों ने आकर उनके ऊपर ज्वलनशील पदार्थ फेंका था. वहां लगे सीसीटीवी कैमरे में दोनों हमलावर दिखाई दे रहे हैं. आरोपी मौके से फरार हो गए. राकेश का इलाज करने वाले डॉक्टर राहुल जैन का कहना कि उनकी 100 फीसदी स्कीन जली हुई है.

आगरा से बस हाईजैक

दो दिन पहले आगरा से बस को अगवा करने की घटना ने पूरे प्रदेश में दहशत फैला दी. बस में 34 यात्री सवार थे. बस झांसी की तरफ जा रही थी. बताया गया कि बस को फाइनेंस करने वाली कंपनी को किश्तें नहीं मिल रही थी. इसलिए वो लोग बस को अगवा कर ले गए. यात्रियों को इटावा में सकुशल उतार दिया गया. बस भी इटावा से बरामद हो गई. बस के मालिक के रिश्तेदारों ने कहा कि कोई फाइनेंस का पैसा बकाया नहीं. ये मामला जांच का है. पुलिस बस अगवा करने वाले आरोपियों को तलाश करती रही.

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गुरुवार की सुबह बस का अपहरण करने वाले बदमाशों और पुलिस के बीच मुठभेड़ हो गई. बताया जा रहा है कि थाना फतेहाबाद क्षेत्र में चेकिंग के दौरान बदमाशों ने पुलिस पर फायरिंग की. जवाबी कार्रवाई में एक बदमाश के पैर में गोली लगी है, जबकि एक बदमाश मौके से फरार हो गया. घायल बदमाश का नाम प्रदीप गुप्ता बताया जा रहा है. उसका नाम इस बस हाईजैक के मामले में सामने आया. घायल प्रदीप को अस्पताल में भर्ती कराया है. पुलिस के आला अधिकारी और क्राइम ब्रांच की टीम उससे पूछताछ कर रहे हैं. बाकी बदमाशों की तलाश जारी है.

भदोही में रेप के बाद नाबालिग को जलाया

यूपी के भदोही जिले में दो दिन पहले लापता हुई एक 17 वर्षीय नाबालिग लड़की का शव नदी के किनारे मिला. नाबालिग लड़की के परिजनों का आरोप है कि गांव के पास के ही ईट भट्टा संचालक ने उसके साथ रेप किया और फिर तेजाब डाल कर उसकी हत्या कर दी. उधर, पुलिस कहना है कि अभी तक कि जांच में रेप और हत्या की बात सामने नहीं आई. अब दोबारा पांच डॉक्टरों के पैनल से लड़की का पोस्टमार्टम कराया जाएगा.

बताया जा रहा है कि 17 साल की लड़की खेत में पशु चराने के दौरान अचानक लापता हो गई थी. पुलिस ने धारा 363 के तहत केस दर्ज किया था. नाबालिग लड़की की तलाश की जा रही थी. इसी बीच नाबालिग लड़की का शव नदी के किनारे झाड़ियों में फंसा मिला. शव बुरी तरह फूल चुका था. उसे तेजाब डालकर जलाया गया था. घरवालों को इंसाफ की आस है.

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आजमगढ़ में दलित प्रधान की हत्या

उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले में दलित पूर्व ग्राम प्रधान सत्यमेव जयते की हत्या का मामला सामने आया. बीते दिनों दलित प्रधान सत्यमेव जयते उर्फ पप्पू राम की आजमगढ़ जिले के बांसगांव गांव में तीन मोटरसाइकिल सवार लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. कथित तौर पर एक उच्च जाति के आरोपी ने हत्या की इस वारदात को सरेआम अंजाम दिया था. क्योंकि पूर्व ग्राम प्रधान सत्यमेव जयते ने सामाजिक न्याय की वकालत की थी. इस मामले पर सियासत भी जोर पकड़ रही है. कांग्रेस और सपा के लोग इन सारी घटनाओं को लेकर मुखर नजर आ रहे हैं.

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