
यूपी के उन्नाव में तीन लड़कियों में से एक जिंदा बची है. जिसे कानपुर के अस्पताल में लाया गया था. लेकिन उस लड़की की हालत में कुछ खास सुधार नहीं हो रहा है. कानपुर के रीजेंसी हॉस्पिटल में डॉक्टरों का पैनल लड़की का इलाज कर रहा है. रात में लड़की को वेंटिलेटर पर ले जाया गया. जिससे डॉक्टरों के हाथ पांव फूल गए, लेकिन सुबह होते-होते लड़की की हालात स्थिर हो गई.
हॉस्पिटल में किसी को भी उस लड़की के पास जाने की इजाजत नहीं है. परिजनों को भी उससे मिलने से रोक दिया गया है. रीजेंसी हॉस्पिटल के पीआरओ परमजीत सिंह ने मेडिकल बुलेटिन जारी करते हुए बताया कि 6 डॉक्टरों का पैनल लड़की का इलाज कर रहा है. उसके शरीर में अभी तक कोई चोट का निशान नहीं मिला है. अब किसी तरह से लड़की को बचाना ही डॉक्टरों का पहला लक्ष्य है.
पुलिस के मुताबिक इस मामले में परिवार के लोगों के बयान में विरोधाभास है, इसलिए पुलिस हर लिहाज़ से इस मामले की जांच कर रही है. ये भी देखा जा रहा है कि कहीं परिवारवाले भी इसमें शामिल तो नहीं है. पुलिस ने पूरे खेत को घेर लिया है. फ़ॉरेंसिक की टीम सबूत जुटाकर ले गई है, जिससे की घटना के बारे में हर तथ्य उजागर हो सके.
उधर, इस मामले में अब राजनीति भी शुरू हो गई है. रीजेंसी हॉस्पिटल में लड़की से मिलने के लिए राजनीतिक दलों के नेताओं का लगातार आना-जाना लगा हुआ है. सीपीएम नेता और पूर्व सांसद सुभाषिनी अली ने तो अपना अलग ही नजरिया पेश कर दिया. सुभाषिनी अली का मानना है कि लड़कियों के साथ जो घटना हुई है, वो तंत्र मंत्र से जुड़ी हो सकती है. आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि सरकार में अंधविश्वास बढ़ता जा रहा है.