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यूपी: अब ड्रग्स माफिया पर सीएम योगी की टेढ़ी नजर, पुलिस ने चिह्नित किया तस्करी का रूट

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की नजरें अब ड्रग्स माफिया पर टेढ़ी हो गई हैं. सीएम योगी ने यूपी पुलिस को साफ निर्देश दिए हैं कि ड्रग्स माफिया को नेस्तनाबूद कर दिया जाए. यूपी पुलिस ने ड्रग्स तस्करी के रूट के साथ ही कुछ ड्रग्स माफिया को भी चिह्नित कर लिया है. अंतरराष्ट्रीय और अंतरराज्यीय सीमा पर चौकसी बढ़ा दी गई है.

ड्रग्स तस्करों के खिलाफ एक्शन में यूपी पुलिस (प्रतीकात्मक तस्वीर) ड्रग्स तस्करों के खिलाफ एक्शन में यूपी पुलिस (प्रतीकात्मक तस्वीर)
समर्थ श्रीवास्तव
  • लखनऊ,
  • 02 सितंबर 2022,
  • अपडेटेड 11:39 PM IST

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की नजर ड्रग्स तस्करी के अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क पर टेढ़ी हो गई है. सीएम योगी ने निर्देश दिए हैं कि सूबे में ड्रग्स माफिया को पूरी तरह से नेस्तानाबूद कर दिया जाए. सीएम के निर्देश के बाद एक्टिव मोड में आई पुलिस ने नेपाल के रास्ते ड्रग्स तस्करी के रूट के साथ ही दूसरे प्रदेशों के साथ लगती सीमा पर भी चौकसी बढ़ा दी है.

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एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने इस संबंध में बताया कि अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर और अंतरराज्यीय सीमा पर विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं. मादक पदार्थों की तस्करी, अवैध शराब और हुक्का बार के खिलाफ सख्त कार्रवाई के लिए 24 से 31 अगस्त तक विशेष अभियान चलाया गया जिसे अब 8 सितंबर तक बढ़ा दिया गया है.

अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स तस्करी का रूट चिह्नित

यूपी पुलिस ने अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स तस्करी के रूट चिह्नित किए हैं. यूपी पुलिस के मुताबिक हेरोइन और क्रूड की तस्करी म्यांमार, बांग्लादेश से पश्चिम बंगाल, मणिपुर, मिजोरम, असम के रास्ते सड़क, जल मार्ग और रेलमार्ग के जरिये होती है. दीमापुर, गुवाहाटी, गया से उत्तर प्रदेश, दिल्ली एनसीआर, हरियाणा, राजस्थान और महाराष्ट्र में तस्करी होती है. यूपी पुलिस के मुताबिक गोल्डेन ट्रैंगिल रूट (अफगानिस्तान, ईरान और पाकिस्तान) से भी गुजरात, राजस्थान और पंजाब के रास्ते उत्तर प्रदेश सहित कई प्रदेशों में हेरोइन और क्रूड की तस्करी होती है.

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गांजा और अफीम के तस्कर भी निशाने पर

यूपी पुलिस ने गांजा और अफीम की तस्करी को भी निशाने पर लिया है. गांजा का उत्पादन उड़ीसा के भवानी पटना, नाल्को, सोनपुर, बरगढ़ की पहाड़ियों में होता है. यहां से छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश के रास्ते झांसी से पश्चिमी यूपी, राजस्थान से सोनभद्र और प्रयागराज के रास्ते पूर्वी यूपी में गांजा की तस्करी होती है. ऐसे ही चरस की तस्करी नेपाल के बढ़नी, सोनौली और वीरगंज बॉर्डर से बिहार, यूपी, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली एनसीआर में होती है. अफीम की तस्करी झारखंड के पलामू, चतरा से पटना, वाराणसी से रेल और सड़क मार्ग से बरेली, बदायूं, अलीगढ़ और एनसीआर में होती है.

7 दिन में 1600 केस, 35 करोड़ की संपत्ति जब्त

पुलिस ने एक सप्ताह तक चले अभियान में 1649 मुकदमे दर्ज किए हैं और 1773 आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की है. 2080 आरोपियों को चिह्नित किया गया है. पुलिस के मुताबिक इस दौरान 26 करोड़ 71 लाख 22 हजार 355 रुपये के अवैध शराब, ड्रग्स और मादक पदार्थ बरामद किए गए हैं. गैंगस्टर एक्ट के तहत 261 आरोपियों के खिलाफ 82 मुकदमों में 34 करोड़ 77 लाख 14 हजार 176 रुपये की संपत्ति जब्त की गई है. कोर्ट में प्रभावी पैरवी कर 166 मामलों में सजा कराई गई है.

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शराब के अवैध कारोबारियों पर 7500 मुकदमे

यूपी पुलिस ने अवैध शराब और जहरीली शराब में 7495 मुकदमों में 7714 आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है और 8416 आरोपियों को चिह्नित किया गया है. इस दौरान 5 करोड़ 63 लाख 54 हजार 450 रुपये की अवैध और जहरीली शराब बरामद की गई है. गैंगस्टर एक्ट के तहत 73 मुकदमों में 218 आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है और 15 करोड़ 74 लाख 25 हजार 8 रुपये की संपत्ति जब्त की गई है. इसके अलावा आबकारी अधिनियम के तहत 387 आरोपियों के खिलाफ करते हुए कोर्ट में पैरवी कर 76 मामलों में सजा कराई गई है.

 

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