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UP: पाक खुफिया एजेंसी ISI के लिए जासूसी के आरोप में सेना का पूर्व जवान गिरफ्तार

सौरभ शर्मा ने इस बात को स्वीकार किया है कि वह पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के साथ जानकारी साझा करता था. उसने बताया कि वह साल 2014 में पाकिस्तान खुफिया एजेंसी के संपर्क में आया था. महिला डिफेंस जर्नलिस्ट के फर्जी अकाउंट बनाकर शर्मा से बातचीत शुरू हुई थी. सौरभ शर्मा ने 2016 तक जानकारियां पाकिस्तान एजेंसी को दी और बदले में उसे पैसे मिलते थे.

कमलजीत संधू
  • नई दिल्ली,
  • 08 जनवरी 2021,
  • अपडेटेड 8:30 PM IST
  • 2014 से ISI के संपर्क में था सौरभ
  • जानकारी साझा करने के बदले में लेता था पैसे

भारतीय सेना के एक रिटायर्ड जवान को देश के साथ गद्दारी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. उत्तर प्रदेश एटीएस ने सिगनल मैन सौरभ शर्मा (रिटार्यड) को लखनऊ की मिलिट्री इंटेलिजेंसी यूनिट के  इनपुट के आधार पर गिरफ्तार किया गया है. आरोप है कि सेना का यह पूर्व जवान कराची की एक पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के लिए साल 2016 से काम कर रहा था. यूपी एटीएस ने एक अन्य आरोपी को गोधरा, गुजरात से गिरफ्तार किया है.

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एटीएस को मिली सूचना के बाद सौरभ शर्मा को उत्तर प्रदेश के हापुड़ के बिहूनी गांव उसके पैतृक निवास से गिरफ्तार कर लिया गया. मिलिट्री इंटेलीजेंस को इस बात का पता चला था कि सौरभ देश विरोधी गतिविधियों में शामिल है और वह पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी को सूचनाएं भेज रहा है और जासूसी कर रहा है. यूपी एटीएस को दिसंबर में इस बात की जानकारी दी गई थी और एक साझा ऑपरेशन चलाया गया था.

सौरभ शर्मा ने इस बात को स्वीकार किया है कि वह पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के साथ जानकारी साझा करता था. उसने बताया कि वह साल 2014 में पाकिस्तान खुफिया एजेंसी के संपर्क में आया था. फेसबुक पर महिला डिफेंस जर्नलिस्ट के नाम से अकाउंट बनाकर शर्मा से बातचीत शुरू हुई थी. सौरभ शर्मा ने 2016 तक जानकारियां पाकिस्तान एजेंसी को दी और बदले में उसे पैसे मिलते थे. वह WhatsApp पर फोटो, वीडियो और ऑडियो के जरिए जानकारियां साझा करता था.

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जून 2020  में उसने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए रिटायरमेंट ले लिया था. देश विरोधी इन करतूतों का  रिकॉर्ड उसके फोन से प्राप्त हुआ है. इस मामले में गोमती नगर थाने में आईपीसी की धारा 120B, धारा 123 और ऑफिशियल सीक्रेट एक्ट की धारा 3,4,5 &9 और यूएपीए की धारा 13 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है. शर्मा को कोर्ट में भी पेश कर दिया गया है. माना जा रहा है कि आगे की जांच के लिए एटीएस कोर्ट से उसे कस्टडी में लेने की मांग कर सकती है. इस मामले में लखनऊ मिलिट्री इंटेलिजेंस यूनिट, यूपी एटीएस और केंद्रीय जांच एजेंसियां आगे की जांच करेंगी.

 

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