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गुरुग्राम: रात में भौंककर करते थे परेशान, 12 पिल्लों की बेरहमी से कर दी हत्या

गुरुग्राम के पॉश इलाके डीएलएफ फेज-1 में एक खाली प्लॉट पर दफनाए गए 12 पिल्लों के शव बरामद हुए हैं. पुलिस के मुताबिक, मासूम पिल्लों का सिर ईंट से कुचलकर निर्ममतापूर्वक हत्या की गई है.

गुरुग्राम में 12 पिल्लों की हत्या गुरुग्राम में 12 पिल्लों की हत्या
आशुतोष कुमार मौर्य
  • गुरुग्राम,
  • 17 मार्च 2018,
  • अपडेटेड 4:39 PM IST

दिल्ली सटे गुरुग्राम में मानवीयता को शर्मसार करने वाली सनसनीखेज घटना सामने आई है. किसी ने सिर्फ इसलिए 12 मासूम पिल्लों को बर्बरतापूर्वक मार डाला, क्योंकि वे रात में भौंककर शोर करते थे. पुलिस ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ एनिमल क्रुएल्टी एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया है.

पुलिस ने बताया कि गुरुग्राम के पॉश इलाके डीएलएफ फेज-1 में एक खाली प्लॉट पर दफनाए गए 12 पिल्लों के शव बरामद हुए हैं. पुलिस के मुताबिक, मासूम पिल्लों का सिर ईंट से कुचलकर निर्ममतापूर्वक हत्या की गई है.

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हत्या के बाद पिल्लों को तीन अलग-अलग जगहों पर दफना दिया गया था. पुलिस ने दफन किए गए पिल्लों के पास से ही वह ईंटें भी बरामद की हैं, जिनसे उनका सिर कुचला गया है. पुलिस ने बताया कि एक स्थानीय महिला मालविका खत्री ने पशु अधिकारों के लिए काम करने वाले एक एनजीओ से पिल्लों के गायब होने की शिकायत की थी, जिसके बाद यह जघन्य मामला सामने आया.

पुलिस ने बताया कि मालविका करीब महीना भर पहले जन्मे इन आवारा पिल्लों को खाना दिया करती थीं. आखिरी बार उन्होंने 12 मार्च को पिल्लों को खाना खिलाया था, लेकिन 13 मार्च से अचानक सारे पिल्ले गायब हो गए.

मालविका ने पास में ही बने एक गेस्ट हाउस के किसी व्यक्ति पर इन पिल्लों की हत्या करने का शक जाहिर किया है. उनका कहना है कि इसकी पूरी आशंका है, क्योंकि पिल्ले रात में भूंकते थे, जिससे गेस्ट हाउस में रहने वाले गेस्ट्स को परेशानी होती थी.

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मालविका ने बताया कि पिल्लों के गायब होने के बाद उन्होंने पूरे इलाके में उनकी तलाश की, तभी उन्हें एक जगह खाली प्लॉट में एक पिल्ले की आधी दफ्न लाश दिखाई दी. और तलाश करने के बाद उन्हें तीन और पिल्लों की लाश आस-पास ही दफ्न मिली. इसके बाद उन्होंने एनजीओ और पुलिस से शिकायत की.

मशहूर फैशन डिजाइनर एवं पशु कल्याण के लिए काम करने वाली संजना जॉन ने घटना पर कहा, 'यह बेहद ही अमानवीय घटना है. मनोविज्ञान कहता है कि जो लोग इन तरह के मासूम बेजुबानों के साथ ऐसा कर सकते हैं, वे आगे चलकर इंसान के साथ भी इसी तरह की अमानवीय कृत्य कर सकते हैं.'

उन्होंने साथ ही दोषियों को सख्त सजा दिए जाने पर जोर देते हुए कहा कि सिर्फ जुर्माना लगाकर ऐसे लोगों को नहीं छोड़ना चाहिए. एकतरफ देश में गाय की रक्षा के नारे बुलंद किए जा रहे हैं, लेकिन लोगों को समझना चाहिए कि गाय की तरह की सभी जीवों की रक्षा होनी चाहिए. इस जघन्य कृत्य के बारे में मेनका गांधी को आगे आना चाहिए और दोषियों को सजा दिलाना चाहिए.

शिकायत मिलने के बाद फेज-1 थाना के SHO कैलाश जांच के लिए मौके पर पहुंचे. पुलिस ने जब खोजबीन शुरू की तो 9 पिल्ले और दफन मिले. इलाके में तैनात सिक्योरिटी गार्ड संतोष ने आजतक को बताया कि करीब एक महीना पहले एक कुतिया ने 15 पिल्लों को जन्म दिया था.

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उसने बताया कि उसके मालिक का बेटा, मालविका और कुछ और स्थानीय लोग पिल्लों को रोजाना खाने-पीने की चीजें दिया करते थे. 12 मार्च तक सभी पिल्ले बिल्कुल स्वस्थ थे. विश्वास नहीं हो रहा कि उन्हें मारकर दबा दिया गया. यह किसी सदमे की तरह है. SHO ने बताया कि जांच के दौरान कुछ बातें सामने आई हैं, जिन्हें वेरीफाई किया जा रहा है.

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