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मां ने बच्चे को बेचने से किया इनकार तो कर लिया किडनैप, CCTV की मदद से बच्चा मिला वापस

दिल्ली पुलिस ने बच्चा चोरी के मामले को क्रेक करने में तो सफलता पाई ही साथ ही साथ तीन महीने के उस बच्चे को भी सकुशल उसकी मां के पास पहुंचा दिया.

दिल्ली पुलिस ने मेरठ से ढूंढ निकाला चोरी किया गया बच्चा (फोटो- aajtak) दिल्ली पुलिस ने मेरठ से ढूंढ निकाला चोरी किया गया बच्चा (फोटो- aajtak)
तनसीम हैदर
  • नई दिल्ली,
  • 17 मार्च 2020,
  • अपडेटेड 6:56 PM IST

  • दिल्ली पुलिस ने मेरठ से दो लोगों को किया गिरफ्तार
  • पुलिस को अभी भी केस के मास्टरमाइंड की है तलाश

दिल्ली पुलिस को तिगड़ी इलाके से किडनैप किए गए 3 महीने के बच्चे के मामले में बड़ी सफलता हासिल हुई है. पुलिस टीम ने बच्चे को यूपी के मेरठ जिले से बरामद कर लिया है और इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार भी किया है जबकि कुछ लोगों की अभी भी पुलिस तलाश कर रही है.

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बता दें कि साउथ दिल्ली के तिगड़ी इलाके में तीन महीने पहले ही एक महिला ने दो जुड़वा बच्चों को जन्म दिया था. जन्म के बाद से उसके एक बच्चे को गोद लेने के लिए कई लोग उसके पास आने लगे थे. इस दौरान पड़ोस में रहने वाली एक महिला ने भी डेढ़ लाख रुपये में बच्चे को उसके दामाद को बेचने को कहा था. लेकिन महिला ने अपने बच्चे को बेचने से साफ मना कर दिया.

इस बात से नाराज पड़ोसी महिला पिंकी के दामाद ने अपने साथियों के साथ मिलकर तीन महीने के मासूम को अगवा कर लिया था. लेकिन पुलिस ने काफी मेहनत के बाद आखिरकर बच्चे को मेरठ से सकुशल बरामद कर आरोपी दंपति रेखा और संजय को गिरफ्तार कर लिया है. इसके साथ ही पुलिस इस मामले में रणवीर, मकर और बबलू की तलाश में अभी भी जुटी हुई है.

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बच्चे की मां को पड़ोसी ने दी थी गांव जाने की सलाह

एडिशनल डीसीपी ने बताया कि आरोपियों को एसएचओ आरपी मीणा के नेतृत्व में बनी एसआई रामपाल, लाला राम कांस्टेबल धर्मेन्द्र और देवेन्द्र की टीम ने मेरठ से गिरफ्तार किया है और बच्चे को भी सकुशल बरामद कर लिया गया है. उनके मुताबिक मामला तिगड़ी इलाके का है. जहां पर धनमाया नाम की एक महिला अपने दो बच्चों के साथ रहती है.

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पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक आठ महीने पहले ही धनमाया के पति ने उसे छोड़ दिया था. वहीं दूसरी ओर तीन महीने पहले ही धनमाया ने जुड़वा बच्चों को जन्म दिया था. इसके बाद से कई लोग उसके बच्चे को गोद लेना चाहते थे. लेकिन उसने सबको मना कर दिया था. तभी पड़ोस में ही रहने वाली पिंकी ने अपने दामाद को एक बच्चा डेढ़ लाख रुपये में बेच कर उसे अपने गांव असम जाने की सलाह दी थी. लेकिन धनमाया ने उस महिला को भी मना कर दिया था.

पुलिस ने खंगाली 30-40 सीसीटीवी फुटेज

धनमाया पास में ही एक ढाबे पर काम करती है. छह मार्च को शाम को धनमाया खाना लेने के लिए ढाबे पर गई थी. लेकिन वह जब वापस आई तो उसका एक बच्चा गायब था. पुलिस ने इस केस में 30 से 40 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली तब जाकर आरोपी की पहचान हुई.

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पुलिस अधिकारी के मुताबिक मामला दर्ज कर बच्चे की तलाश शुरू की गई. जिसके बाद 30 से 40 सीसीटीवी फुटेज की जांच की गई. जिसमें बाइक सवार दो युवक बच्चे को ले जाते दिखाई पड़े. लेकिन उनकी पहचान नहीं हो पा रही थी. एक सीसीटीवी में एक कार में बच्चे को डालते हुये देखा गया था. जांच में वह कार दुर्गा विहार निवासी रणवीर की निकली, जो पिंकी का दामाद है. हालांकि घटना के बाद से रणवीर फरार हो गया था. जबकि बाइक सवारों की पहचान कमर और बबलू के रूप में हुई.

बच्चे को बेचने का बना रहे थे प्लान, फिरौती भी मांगी थी

आखिरकर शनिवार रात सर्विलांस की मदद से बच्चे को मेरठ के रेखा और संजय के घर से सकुशल बरामद कर लिया गया. कमर ने बच्चे को अपने रिश्तेदार के घर में छिपा कर रखा था. आरोपियों ने गिरफ्तार से कुछ घंटे पहले धनमाया को फोन कर पांच लाख की फिरौती भी मांगी थी. लेकिन उससे पहले ही पुलिस ने उन्हें धर दबोचा.

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पुलिस पूछताछ में पता चला है कि आरोपी बच्चे को आगे बेचने की योजना भी बना रहे थे. लेकिन होली के कारण बच्चा बेचने में वो लोग सफल नहीं हो पाए और उससे पहले ही पुलिस ने आरोपी दंपति को धर दबोचा. फिलाहल पुलिस मुख्य आरोपी रणवीर, कमर और बबलू की तलाश में जुटी हुई है.

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