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...तो मेट्रो में 90 फीसदी महिलाएं काटती हैं आपकी जेब

दिल्ली मेट्रो में हर रोज चोरी और पॉकेटमारी की घटनाएं बढ़ती ही जा रही हैं. खुलासा हुआ है कि इन वारदातों को अंजाम देने वाले गैंग में 90 फीसदी महिलाएं शामिल हैं.

महिलाएं काट रही हैं आपकी जेब महिलाएं काट रही हैं आपकी जेब
चिराग गोठी
  • नई दिल्ली,
  • 12 जून 2017,
  • अपडेटेड 7:28 PM IST

दिल्ली मेट्रो में हर रोज चोरी और पॉकेटमारी की घटनाएं बढ़ती ही जा रही हैं. खुलासा हुआ है कि इन वारदातों को अंजाम देने वाले गैंग में 90 फीसदी महिलाएं शामिल हैं.

राजधानी की लाइफलाइन कही जाने वाली मेट्रो में रोजाना लगभग 25 लाख लोग सफर करते हैं. हर रोज पॉकेटमारी की सैकड़ों घटनाएं भी सामने आती हैं. मेट्रो की सुरक्षा में सीआईएसएफ की तैनाती के बावजूद चोरी और पॉकेटमारी की घटनाएं होती रहती हैं.

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सीआईएसएफ के आंकड़ों पर नजर डालें तो पता चलता है कि पॉकेटमारी की घटनाओं में 90 फीसदी महिलाएं शामिल हैं. इसके पीछे एक पूरा गैंग काम करता है. दरअसल यह महिलाएं ट्रेन में चढ़ते-उतरते वक्त, एस्केलेटर पर या फिर जहां कहीं भी मौका मिलता है, हाथ साफ करने से जरा भी नहीं चूकती हैं.

पुलिस के हत्थे चढ़ी इस गैंग की कुछ सदस्यों ने बताया कि यह लोग खासतौर पर उन लोगों को अपना शिकार बनाते हैं, जिनके पास बैग होता है. ज्यादातर महिलाएं इनके निशाने पर होती हैं. भीड़ का फायदा उठाकर सामान चोरी करने के बाद यह सामान दूसरी महिला को पास कर देती हैं ताकि पकड़े जाने पर इनके पास कुछ न मिले.

दिल्ली पुलिस ने 15 मई 2017 तक मेट्रो में चोरी के 6384 और जेब कटने के 679 मामले दर्ज किए हैं. साल 2016 में चोरी के 9705, जेब कटने के 510 मामले दर्ज हुए थे. वहीं साल 2015 में चोरी के 3104 और जेब कटने के 1728 मामले दर्ज किए गए. सीआईएसएफ इन बढ़ती वारदातों को रोकने के लिए ठोस कदम उठा रही है.

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सीआईएसएफ अधिकारियों की मानें तो संदिग्धों पर नजर रखी जा रही है. एंटी-थेफ्ट स्क्वॉड के जवानों को यूनिफार्म और सिविल यूनिफॉर्म में तैनात किया गया है. जिन स्टेशनों पर वारदातें बढ़ी हैं, उन पर खासा नजर रखी जा रही है. सीआईएसएफ अधिकारी लोगों से अपील कर रहे हैं कि इस तरह की घटना का शिकार होने के बाद वह पुलिस में शिकायत जरूर दर्ज कराए.

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