
राजस्थान के जोधपुर में एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए कोऑपरेटिव फेडरेशन के जनरल मैनेजर मधुसूदन शर्मा और स्टोर कीपर को गिरफ्तार किया है. एसीबी ने दोनों को साढ़े पांच लाख रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा है. आरोपियों से पूछताछ जारी है.
जनरल मैनेजर शर्मा ने होलसेल भंडार के माध्यम से संचालित मेडिकल स्टोर चलाने वाले कर्मचारी राजेंद्र सोनी से मंत्री के नाम पर यह रकम मांगी थी. जीएम शर्मा उन्हें रिश्वत की रकम न देने पर ट्रांसफर करने की धमकी दे रहे थे. धमकियों से परेशान होकर राजेंद्र ने एसीबी में शिकायत दर्ज करवाई.
एसीबी ने प्राथमिक जांच के बाद शिकायत सही पाई और फिर सोमवार को जाल बिछाकर एसीबी टीम ने जीएम मधुसूदन शर्मा और विभाग के स्टोर कीपर को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया. राजेंद्र ने बताया कि जीएम शर्मा नोटबंदी के पहले से उनसे रिश्वत की मांग कर रहे थे.
नोटबंदी के बाद मामला शांत हो गया था लेकिन जैसे ही स्थिति सामान्य हुई, मधुसूदन शर्मा एक बार फिर उनसे रिश्वत की मांग करने लगे. राजेंद्र की मानें तो शर्मा ने उनसे कहा था कि यह रकम उन्हें मंत्री जी समेत कई अधिकारियों को देनी है. हालांकि यह साफ नहीं हो पाया है कि शर्मा किस मंत्री को रकम देने की बात कर रहे थे. फिलहाल एसीबी अधिकारी गिरफ्त में आए आरोपियों से पूछताछ कर रहे हैं.