
आईबी की एक खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक पटना की बेउर जेल में बंद कुख्यात कैदी जेल ब्रेक कर फरार हो सकते हैं. आईबी की इस रिपोर्ट के बाद बिहार सरकार के आला अधिकारियों में हड़कंप मच गया है.
इंटेलिजेंस ब्यूरो की इस सूचना के बाद पूरा प्रशासनिक अमला पटना की बेउर जेल पहुंचा. जेल के सभी वार्डों की बारीकी से जांच की गई. बिहार सरकार के गृह सचिव अमिर सुहानी और डीजीपी गुप्तेश्वर पाण्डेय ने भी बेउर जेल पहुंच कर हालात का जायजा लिया.
सूत्रों के मुताबिक बेउर जेल में बंद कुछ कुख्यात आतंकवादियों और माओवादियों को छुड़ाने के लिए जेल ब्रेक को अंजाम दिया जा सकता है. इस तरह का गंभीर इनपुट आईबी की तरफ से दिया गया. इस इनपुट के बाद सभी प्रशासनिक अधिकारियों के कान खड़े हो गए और बेउर जेल प्रशासन को अलर्ट कर दिया गया. जेल प्रशासन को सुरक्षा व्यवस्था को और पुख्ता करने का आदेश दिया गया है.
आईबी ने बेउर जेल को बलास्ट कर उड़ाने की साजिश की रिपोर्ट दी है. जिसके बाद बेउर जेल में प्रशासन की ओर से छापामारी की गई है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आईबी के अलर्ट के बाद प्रशासन ने बेउर जेल के अंदर विशेष सर्च अभियान चलाया है. आईबी के अलर्ट के बाद देर रात बेउर जेल प्रशासन ने अचानक कुख्यात कैदियों के वार्ड में औचक छापेमारी शुरू कर दी. बेउर जेल प्रशासन ने जेल में बंद कुख्यात आतंकवादियों के वार्ड की सघन तलाशी ली है. हालांकि तलाशी में आपत्तिजनक वस्तु बरामद नहीं की जा सकी.
पटना की बेउर जेल काफी सुरक्षित जेल मानी जाती रही है. इसमें कई कुख्यात नक्सली और आतंकवादी बंद हैं. पटना में 2013 में हुए सीरियल ब्लास्ट मामले में बांग्लादेशी आतंकवादी इसी जेल में बंद हैं. कुख्यात नक्सली सरगना अजय कानू भी इसी जेल में बंद है. अजय कानू को जेल से निकालने के लिए माओवादियों ने 2005 में जहानाबाद जेलब्रेक को अंजाम दिया था.
आपको बता दें कि इससे पहले साल 2016 में SIMI के 8 आतंकी मध्यप्रदेश के भोपाल की सेंट्रल जेल से दिवाली की रात जेल के गार्ड रमाशंकर यादव का गला रेतकर भाग निकले थे. जिसके बाद 31 अक्टूबर 2016 को भोपाल के करीब 8 फरार सिमी कैदियों का एनकाउंटर किया गया था.
उस वक्त भी भोपाल की घटना के बाद पटना की बेऊर जेल की सुरक्षा बढ़ा दी गई थी. पटना जेल में बंद कई आतंकवादियों का संबंध सिमी से भी बताया जा रहा था.