
राजस्थान सरकार ने अलवर गैंगरेप केस की जांच में लापरवाही बरतने के मामले की जांच के आदेश दिए हैं. इसमें एसपी से लेकर थानेदार तक सब की जांच की जाएगी. मामले की जांच में लापरवाही क्यों हुई थी इसकी सरकारी जांच करने के आदेश दिए गए हैं. जांच के बाद प्रशासन को 10 दिनों के अंदर रिपोर्ट सौंपनी होगी.
बता दें कि राजस्थान के अलवर जिले के थानागाजी इलाके में पति के सामने पत्नी से गैंगरेप करने और घटना का वीडियो वायरल करने के मामले के छठे आरोपी को गुरुवार को गिरफ्तार किया गया है. राजस्थान में विपक्षी पार्टी बीजेपी ने राज्यपाल से इस घटना में दोषी अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने और पीड़ित परिवार को सुरक्षा देने की मांग की थी.
पुलिस महानिरीक्षक एस सेंगाथिर के मुताबिक अलवर गैंगरेप मामले के छठे आरोपी छोटे लाल गुर्जर को प्रागपुरा से गिरफ्तार किया गया है. आरोपी का पहले भी लूट और मारपीट के मामले दर्ज हैं. वहीं इससे पहले आरोपी मुकेश गुर्जर, महेश गुर्जर, अशोक गुर्जर को अदालत में पेश किया गया जहां अदालत ने उन्हें 13 मई तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया है. दो अन्य आरोपियों हंसराज और छोटेलाल को शुक्रवार को अदालत में पेश किया जाएगा.
बता दें कि भारतीय जनता पार्टी मामले की जांच में लापरवाही बरतने को लेकर राजस्थान सरकार पर सवाल उठा चुकी है. बीजेपी सांसद और केंद्रीय मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने कहा कि यह गंभीर मामला है, लोग जानना चाहते हैं कि राज्य में लोकसभा चुनाव के दौरान किसने इस मामले को दबाने के निर्देश दिए. वहीं बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष मदन लाल सैनी के कहा कि यह राज्य सरकार पर कलंक है. मामले में समय पर कार्रवाई क्यों नहीं की गई. लोकसभा चुनाव में नुकसान को देखते हुए सरकार ने इस मामले को दबाने की कोशिश की है. जिन कांग्रेसी नेताओं ने मामले को दबाने के निर्देश दिए हैं वह भी अपराधी हैं.
गौरतलब है कि 26 अप्रैल को कुछ लोगों ने थानागाजी-अलवर रोड पर मोटर साइकिल पर जा रहे दंपति को रोका और पति की पिटाई की. उन्होंने पति के सामने महिला के साथ गैंगरेप किया. एक आरोपी ने उसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया था. पुलिस के मुताबिक आरोपी मुकेश ने घटना का वीडियो बनाया था.