
कोरोना संकट के बीच दिल्ली पुलिस ने नागरिकता संशोधन कानून (CAA) का विरोध करने वाले कुछ छात्रों को डिटेन किया है. इन छात्रों को दिल्ली के वसंत कुंज और मौरिस नगर पुलिस थाने में हिरासत में लिया गया है.
बताया जा रहा है कि हिरासत में लिए गए इन छात्रों में कुछ जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के और दिल्ली यूनिवर्सिटी के हैं. सूत्रों के मुताबिक जेएनयू के 7 जबकि दिल्ली यूनिवर्सिटी के 5 छात्रों को हिरासत में लिया गया है और इनसे पूछताछ की जा रही है.
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असल में, नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ देश की राजधानी दिल्ली में इस साल फरवरी के महीने में हिंसा भड़क उठी थी. दिल्ली हिंसा मामले को लेकर अभी जांच जारी है और गिरफ्तारियां भी हो रही हैं.
बता दें कि इससे पहले पिंजरा तोड़ संगठन से जुड़ी दो लड़कियां नताशा और देवांगना को पुलिस ने गिरफ्तार किया था. दरअसल, जाफराबाद मेट्रो स्टेशन पर सीएए के खिलाफ महिलाओं की अचानक भीड़ जुट गई थी, जिसके बाद हिंसा हुई थी. इस मामले में एफआईआर भी दर्ज है. वहीं दिल्ली हिंसा से इन दोनों लड़कियों के तार जुड़े हुए बताए जा रहे हैं.
ओडिशा में प्रदर्शन
नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शन करने वालों लोगों की गिरफ्तारी के विरोध में बुधवार को ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में प्रदर्शन हुआ. इस प्रदर्शन में पत्रकार, महिला और छात्र कार्यकर्ता शामिल थे. सभी ने गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) संशोधन विधेयक (यूएपीए) को वापस लेने की मांग की.
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सीएए विरोध प्रदर्शनों में शामिल लोगों की गिरफ्तारी के खिलाफ आज विभिन्न क्षेत्रों के लोगों ने बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया. प्रदर्शन कर रहे लोगों ने 'सब याद रखा जाएगा' और 'स्क्रैप यूएपीए' के नारे लगाए. इसके साथ ही केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के खिलाफ भी नारेबाजी की गई.