Advertisement

तहसीलदार की फर्जी मुहर से जमानत दिलाने वाले गिरोह का पर्दाफाश

छत्तीसगढ़ के दुर्ग में पुलिस ने एक ऐसे शातिर गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो फर्जी जमानतदार बनकर आरोपियों को जमानत दिलाने का काम किया करता था. ये जमानतदार इतने शातिर थे कि हर केस और जमानत के हिसाब से कागजात में फेर बदल किया करते थे.

छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले की घटना छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले की घटना
मुकेश कुमार/सुनील नामदेव
  • रायपुर,
  • 20 नवंबर 2017,
  • अपडेटेड 7:00 PM IST

छत्तीसगढ़ के दुर्ग में पुलिस ने एक ऐसे शातिर गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो फर्जी जमानतदार बनकर आरोपियों को जमानत दिलाने का काम किया करता था. ये जमानतदार इतने शातिर थे कि हर केस और जमानत के हिसाब से कागजात में फेर बदल किया करते थे.

इस काम के लिए ना सिर्फ फर्जी दस्तावेज तैयार किए जाते, बल्कि तहसीलदार और SDM तक के फर्जी तरीके से मुहर का इस्तेमाल किया करते थे, ताकि उन पर किसी को शक ना हो. यह गिरोह ना सिर्फ दुर्ग बल्कि रायपुर और अन्य जगहों पर भी सक्रिय था.

Advertisement

दरअसल कुछ दिन पहले पुलिस को ऋण पुस्तिका से जमानत लेने वाले जमानतदार का नाम और पता फर्जी होने की शिकायत मिली थी. इसके बाद पुलिस ने इस मामले में अपनी जांच आगे बढ़ाई. मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने उन लोगों पर नजर रखनी शुरू कर दी.

पुलिस जांच में पता चला कि इन लोगों के पास खुद की जमीन नहीं है, लेकिन उनके पास ऋण पुस्तिका मौजूद है. इसके बाद पुलिस ने पुख्ता सूचना हासिल करने के बाद संजय द्वेदी उर्फ गुड्डा महाराज को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी.

पुलिस ने सख्ती से जब पुछताछ की तो संजय ने अपनी करतूत स्वीकार करते हुए बताया कि वो अलग-अलग लोगों को पैसे के एवज में जमानतदार बनाकर कोर्ट में पेश किया करता था. आरोपी के घर से 67 फर्जी ऋण पुस्तिका और तहसीलदार की सील-मुहर बरामद हुए हैं.

Advertisement

आरोपी संजय ने अपने गुनाह को कबूल करते हुए पुलिस को बताया है कि इस घटना में 10 से 15 लोग शामिल है. ये लोग रायपुर-दुर्ग में इसी तरह के काम करते थे. अभी तक इस मामले में 3 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. 106 ऋण पुस्तिका भी बरामद की गई है.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement