
मध्य प्रदेश के बहुचर्चित भय्यूजी महाराज आत्महत्या मामले में इंदौर पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. पुलिस ने मामले में एक युवती समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है जिनमें से एक भय्यूजी महाराज का सबसे करीबी सेवादार है.
आजतक से बात करते हुए इंदौर डीआईजी हरिनारायणचारी मिश्रा ने बताया कि इस मामले में उनके सबसे खास सेवादार विनायक दुधाले, एक व्यक्ति शरद देशमुख और एक युवती पलक को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस के मुताबिक ये तीनों मिलकर भय्यूजी महाराज को ब्लैकमेल कर रहे थे जिसके कारण वह आर्थिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित थे.
डीआईजी हरिनारायणचारी मिश्र के मुताबिक पुलिस ने धारा 306 आत्महत्या के लिए प्रेरित करने, 120 बी और 384 अवैध वसूली के तहत मामला दर्ज किया है. तीनों आरोपियों को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया है.
कौन है विनायक?
इंदौर पुलिस ने भय्यूजी महाराज की आत्महत्या के मामले में जिन तीन लोगों को गिरफ्तार किया है उनमें से एक का नाम विनायक है. विनायक की गिरफ्तारी इसलिए ज्यादा बड़ी बात है क्योंकि विनायक भय्यूजी का सबसे खास सेवादार था.
बता दें कि भय्यूजी महाराज ने अपने सुसाइड नोट में विनायक का ज़िक्र किया था क्योंकि वो भय्यूजी का 16 साल पुराना वफादार सेवक था. भय्यूजी को अंतिम यात्रा और उनके अंतिम संस्कार में विनायक भी शामिल हुआ और फुट फुट कर रोया था.
विनायक भय्यूजी के बेहद करीब था. विनायक पर भय्यूजी महाराज को इतना भरोसा था कि उनकी जिंदगी से जुड़ी हर बात विनायक को पता होती थी. भय्यूजी महाराज भी उसकी बात का आदर करते थे और इसलिए उन्होंने सुसाइड नोट के दूसरे पन्ने में अपने आश्रम, प्रॉपर्टी और वित्तीय शक्तियों की सारी जिम्मेदारी अपने वफादार सेवादार विनायक को दी थी.