
राजस्थान के चर्चित भंवरी देवी हत्याकांड के मामले में एटीएस ने इंदिरा बिश्नोई को मध्य प्रदेश के देवास से गिरफ्तार कर लिया. उसके बारे में ख़बर देने वाले को पांच लाख का इनाम दिए जाने की घोषणा भी की गई थी. इंदिरा इस हत्याकांड के आरोपी मलखान सिंह की बहन है.
भंवरी देवी हत्याकांड के आरोपी पूर्व कांग्रेस विधायक मलखान सिंह की बहन इंदिरा को सीबीआई काफी समय से तलाश रही थी. उसकी सूचना देने वाले को इनाम देने का ऐलान भी किया गया था. शनिवार को इंदिरा बिश्नोई मध्य प्रदेश के देवास जिले में एटीएस के हत्थे चढ़ गई.
इंदिरा का इस हत्याकांड से लिंक होने की वजह से सीबीआई ने उसे भी आरोपी बनाया है. काफी समय से वह फरार चल रही थी. इंदिरा को गिरफ्तार करने के बाद राजस्थान एटीएस ने उसे सीबीआई टीम के हवाले कर दिया है. उसे गिरफ्तार करने वाली एटीएस टीम का नेतृत्व एएसपी शांतनु कुमार और रानू शर्मा कर रहे थे.
भंवरी देवी हत्याकांड में कांग्रेस के दो पूर्व विधायक महिपाल सिंह और मलखान सिंह आरोपी हैं. महिपाल सिंह तत्कालीन गहलोत सरकार में मंत्री थे. लेकिन इस हत्याकांड का खुलासा होने के बाद उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. एटीएस ने इंदिरा को जोधपुर में सीबीआई टीम के हवाले कर दिया है.
कौन थी भंवरी देवी
भंवरी देवी का ताल्लुक राजस्थान की नट बिरादरी से था. वह जोधपुर के नजदीक पैनन कस्बे के एक सरकारी अस्पताल में बतौर नर्स काम करती थी. उसकी शादी भी हो चुकी थी. पर मॉडलिंग और राजस्थानी एल्बम को सीढ़ी बना कर वह राजस्थानी फिल्मों की हीरोईन बनने का सपना पाले बैठी थी. लिहाजा अपने इस ख्वाब को पूरा करने के लिए वह कुछ भी कर सकती थी. गांव के अस्पताल में ले देकर एक ही वही नर्स थी और वो भी ड्यूटी से गायब रहती थी. लिहाजा गांव वालों की शिकायत पर भंवरी देवी को नौकरी से सस्पेंड कर दिया गया था.
इसी के बाद वह कांग्रेस विधायक मलखान सिंह और महिपाल सिंह के संपर्क में आई थी. उन दोनों को भंवरी ने विश्वास में ले लिया था. उन दोनों ने ही भंवरी को राजस्थान के जल संसाधन मंत्री महिपाल मदेरणा से मिलवाया था, बस वहीं से इस हत्याकांड की इबारत लिखना शुरू हो गई थी.