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भोपाल गैंगरेप केस: लापरवाह पुलिसकर्मी नपे, कुछ की वेतन वृद्धि भी रुकी

तीन टीआई और दो सब इंस्पेक्टर के खिलाफ सख्त कार्रवाई. सब-इंस्पेक्टर भवानी प्रसाद और सब-इंस्पेक्टर रामनाथ को कंपलसरी रिटायरमेंट.

प्रतीकात्मक तस्वीर (आजतक आर्काइव) प्रतीकात्मक तस्वीर (आजतक आर्काइव)
रवीश पाल सिंह/रविकांत सिंह
  • भोपाल,
  • 10 अक्टूबर 2018,
  • अपडेटेड 12:27 PM IST

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में पिछले साल अक्टूबर में हुए हबीबगंज गैंगरेप मामले में लापरवाही बरतने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ पुलिस विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है.

भोपाल आईजी जयदीप प्रसाद ने "आजतक" से फोन पर बातचीत के दौरान बताया कि मामले में एफआईआर दर्ज करने में हुई देरी के लिए जिन पुलिसकर्मियों को दोषी पाया गया, उनके खिलाफ कार्रवाई की गई है. आईजी जयदीप प्रसाद के मुताबिक, तीन टीआई और दो सब इंस्पेक्टर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की गई है. सब-इंस्पेक्टर भवानी प्रसाद और सब-इंस्पेक्टर रामनाथ को कंपलसरी रिटायरमेंट दिया गया है, जबकि तत्कालीन हबीबगंज टीआई की दो वेतनवृद्धि को रोक दिया गया है. इसके अलावा तत्कालीन एमपी नगर टीआई की एक वेतनवृद्धि को भी रोका गया है. गैंगरेप के वक्त टीआई जीआरपी रहे मोहित सक्सेना के वेतन को भी कम किया गया है.

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आईजी जयदीप प्रसाद ने बताया कि सख्त कार्रवाई इसलिए की गई ताकि महकमे में ये संदेश जाए कि ड्यूटी पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी.  

आपको बता दें कि बीते साल 31 अक्टूबर को आईएएस परीक्षा की तैयारी कर रही छात्रा का भोपाल के हबीबगंज इलाके में गैंगरेप हुआ था लेकिन गैंगरेप के बाद घटनास्थल के सीमा विवाद को लेकर एफआईआर दर्ज करने में काफी देर हुई थी. इसके बाद पुलिस के काम करने के तरीके पर गंभीर सवाल खड़े हुए थे. राजधानी में हुई घटना ने पूरे प्रदेश को हिला दिया था जिसके बाद कार्रवाई करते हुए तत्कालीन आईजी भोपाल योगेश चौधरी और एसपी रेलवे अनीता मालवीय का ट्रांसफर कर दिया गया था.

आपको बता दें कि जिस युवती के साथ गैंगरेप हुआ था वो खुद पुलिसकर्मी दंपति की बेटी है और एख निजी इंस्टिट्यूट से आईएएस परीक्षा की तैयारी कर रही थी.

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