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फर्जी MLA बन सर्किट हाउस में प्रेमिका के साथ बिताए 7 दिन, ऐसे हुआ खुलासा

बिहार के भोजपुर सर्किट हाउस में एक शातिर शख्स फर्जी विधायक बनकर 7 दिनों तक अपनी प्रेमिका के साथ ऐश करता रहा है. जिला प्रशासन को इसकी भनक तक नहीं लगी. मामले का खुलासा तब हुआ, जब उस फर्जी एमएलए की पत्नी उसे खोजते हुए सर्किट हाउस जा पहुंची. लेकिन तब तक फर्जी विधायक अपनी प्रेमिका के साथ फरार हो चुका था.

पुलिस मामले की छानबीन कर रही है पुलिस मामले की छानबीन कर रही है
परवेज़ सागर/सुजीत झा
  • भोजपुर,
  • 03 जनवरी 2018,
  • अपडेटेड 10:53 PM IST

बिहार के भोजपुर सर्किट हाउस में एक शातिर शख्स फर्जी विधायक बनकर 7 दिनों तक अपनी प्रेमिका के साथ ऐश करता रहा है. जिला प्रशासन को इसकी भनक तक नहीं लगी. मामले का खुलासा तब हुआ, जब उस फर्जी एमएलए की पत्नी उसे खोजते हुए सर्किट हाउस जा पहुंची. लेकिन तब तक फर्जी विधायक अपनी प्रेमिका के साथ फरार हो चुका था.

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बताया जाता है कि झारखंड की राजधानी रांची के धुर्वा निवासी अमरेंद्र कुमार सिंह नामक एक मसाला व्यापारी ने बीती 14 दिसंबर को विधायक बनकर भोजपुर के जिलाधिकारी के ओएसडी को फोन किया और सर्किट हाउस का एक कमरा अपने लिया बुक करा लिया. 16 दिसंबर को वह फर्जी विधायक एक अपहृत युवती को अपना पत्नी बता कर आरा स्थित सर्किट हाउस पहुंचा.

जानकारी के मुताबिक वह 7 दिनों तक उस महिला के साथ अलग-अलग कमरों में रहकर रंगरेलियां मनाता रहा. इस बात का राज तब खुला, जब 31 दिसंबर को फर्जी एमएलए अमरेंद्र की पत्नी शालिनी देवी ने वहां पहुंचकर बताया कि वह अमरेंद्र कुमार सिंह की पत्नी है. उसी ने अमरेंद्र को फर्जी विधायक बताया और कहा कि न तो वह कोई पूर्व विधायक है और न ही कोई जनप्रतिनिधि.

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शालिनी के अनुसार अमरेंद्र मूल रूप से जयप्रकाश नगर, पटना का निवासी है. पहले वह रांची के जगरनाथपुर, धूर्वा में रहता था. उसके पिता विधानसभा में जॉब करते थे. 11 साल पहले उसने अमरेंद्र के साथ लव मैरिज की थी. उनकी एक बेटी भी है, जिसका नाम आर्ची प्रार्थना है. वह सात वर्ष की है.

महिला की शिकायत पर नवादा थाने की पुलिस जांच के लिए सर्किट हाउस पहुंची. मगर तब तक अमरेंद्र सारा सामान वहीं छोड़कर वहां से महिला के साथ फरार हो चुका था. फर्जी विधायक की पत्नी शालिनी ने बताया कि जिस युवती के साथ फर्जी विधायक बनकर अमरेंद्र सर्किट हाउस में मौज-मस्ती कर रहा था, वह पश्चिम बंगाल के आसनसोल की रहने वाली है.

उस महिला के अपहरण का केस 6 नवंबर को आसनसोल के एक थाने मे दर्ज कराया गया था. इस घटना के बाद उस युवती के परिजन लगातार शालिनी को कॉल कर रहे हैं. जिससे शालिनी परेशान हो गई थी. तब उसने अपने पति से संपर्क किया और उससे मिलने आरा चली आई, लेकिन इस बार भी उसका पति उसे चकमा देकर फरार हो गया.

इस मामले पर पूर्व विधायक और राजद के प्रदेश महासचिव बिजेंद्र यादव ने कहा कि ऐसा हुआ तो आरा के सर्किट हाउस में आतंकवादी भी आकर आराम से रह सकते हैं. वहीं केयर टेकर राजू से बात की गई तो उसका कहना था कि वरीय अधिकारी के आदेशानुसार कमरा आवंटित किया गया था. इस बात का पता किसी को नहीं चला कि वह फर्जी विधायक है.

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फिलहाल इस मामले में नवादा थाने में मामला दर्ज करने के लिए आवेदन दिया गया है. इस ममाले को गंभीरता से लेते हुए एसपी अवकाश कुमार ने जांच के आदेश दिए हैं. फर्जी विधायक की पत्नी होने का दावा करने वाली महिला शालिनी से भी पूछताछ की गई.

मंगलवार को मसाला व्यापारी की पत्नी शालिनी सिंह ने नवादा थाने में ही अपने पति की गुमशुदगी दर्ज कराने के लिए आवेदन दिया है. एसपी अवकाश कुमार ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है. व्यापारी की तलाश की जा रही है. हैरानी की बात है कि आरा सर्किट हाउस विधायकों, सांसदों से लेकर अफसरों के लिए अधिकृत है. इसके बावजूद वहां अभी तक सुरक्षा के लिहाज से सीसीटीवी कैमरे भी नहीं लगाए गए हैं.

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