
पटना पुलिस लाइन में बीते हफ्ते जमकर उपद्रव और उत्पात मचाने के आरोप में पुलिस मुख्यालय ने 175 प्रशिक्षु पुलिसकर्मियों को बर्खास्त कर दिया. मगर मामला यहीं नहीं थमा है. पुलिस मुख्यालय ने 70 और पुलिसकर्मियों को चिन्हित किया है जिन्हें जल्द बर्खास्त करने की तैयारी की जा रही है.
पुलिस मुख्यालय पुलिस लाइन के अंदर और बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे को लगातार खंगाल रहा है और उसी के आधार पर 175 प्रशिक्षु पुलिसकर्मियों की पहचान करके उन्हें नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया है. इसी क्रम में सीसीटीवी में और 70 पुलिसकर्मी भी कैद हुए हैं, जो उपद्रव फैलाने के दौरान आना अधिकारियों के साथ हाथापाई करते भी नजर आ रहे हैं.
पटना एसएसपी मनु महाराज ने बताया कि जिन 175 प्रशिक्षु पुलिसकर्मियों को नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया है उनके खिलाफ बुद्धा कॉलोनी थाने में प्राथमिकी भी दर्ज कराई गई है और उन सभी की गिरफ्तारी के लिए जल्द वारंट भी लिया जाएगा. इस बाबत जांच टीम दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ साक्ष्य जुटा रही है.
गौरतलब है कि पिछले हफ्ते पुलिस लाइन में ड्यूटी के दौरान सविता पाठक नाम की प्रशिक्षण महिला पुलिसकर्मी की तबीयत खराब हुई है और अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी. मृत महिला पुलिसकर्मी के साथियों ने आरोप लगाया कि पिछले कई दिनों से वह अपना इलाज कराने के लिए छुट्टी की दरखास्त अपने आला अधिकारियों से कर रही थी मगर उसे नामंजूर कर दिया गया था.
सविता पाठक की मौत से आक्रोशित होकर पुलिस लाइन के अंदर प्रशिक्षु पुलिसकर्मियों ने जिनमें से ज्यादातर महिलाएं थी उन्होंने जमकर तोड़फोड़ की और कई आला अधिकारियों पर जानलेवा हमला भी किया.
इस घटना को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने काफी संजीदगी से लेते हुए डीजीपी से विस्तृत जांच रिपोर्ट तलब की थी. दोषी प्रशिक्षण पुलिसकर्मियों पर कार्यवाही करते हुए पुलिस मुख्यालय ने पहले 175 को नौकरी से बर्खास्त किया और अब 70 और को करने की तैयारी चल रही है.