
शादियों के सीजन में असली जेवर की जगह नकली जेवरों को मुहैया कराकर ठगी करने की कई वारदाते आपने कई बार सुनी होगी. ब्रांडेड कपड़ों के नकली लेबल लगाकर घटिया कपड़ों को ग्राहकों को बेच देने जैसे धोखाधड़ी के मामले भी सामने आये हैं. लेकिन छत्तीसगढ़ के कोरबा में ऐसा मामला सामने आया, जिसने धोखाधड़ी के सारे मामले पीछे छोड़ दिया हैं.
यहां दुल्हन को उसके मनपसंद दूल्हे के बजाए दूल्हे के बड़े भाई को मंडप में सात फेरे लेने के लिए भेज दिया गया. इस मामले का खुलासा उस समय हुआ जब फोटो सेशन के लिए दूल्हे का सेहरा हटाया गया. खुल जा सिमसिम की तरह जैसे ही दूल्हे के मुंह से फूलों की माला हटी दुल्हन के पैरों तले जमीन खिसक गई. उसने दूल्हे का चेहरा देखते ही उसे पहचान लिया.
शादी के मंडप में रस्म अदाएगी कर रहा शख्स वो नहीं था, जिसके साथ उसकी सगाई हुई थी. लड़की ने फौरन अपने परिजनों को बताया. इसके बाद शादी मंडप में हंगामा शुरू हो गया. कई बाराती मौके से फरार हो गए. दोनों पक्ष के लोगों ने थाने में पहुंचकर अपना-अपना पक्ष रखा. पुलिस ने दूल्हे और उसके पिता के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है.
जानकारी के मुताबिक, कोरबा जिले के रामपुर गांव में हीराराम साहू के नाते रिश्तेदारों समेत पूरा गांव बारातियों के स्वागत में जुटा था. बारात पड़ोस के गांव परसाभाठा से आई थी. पूरे स्वागत सत्कार के साथ बारातियों को सामुदायिक भवन में रुकवाया गया था. रात में शादी की रस्म अदाएगी शुरू की गई, लेकिन कम बाराती को देखकर हीराराम आश्चर्य में थे.
इसी बीच वरमाला के लिए दुल्हन स्टेज पर आई. दूल्हे की कद काठी को देखकर दुल्हन को शक हुआ. इस बीच फोटोग्राफर ने दूल्हे का सेहरा हटाने की गुजारिश की, लेकिन दूल्हा सेहरा सहित फोटो खिंचवाने पर जोर देता रहा. आखिरकर उसे चेहरे से सेहरा हटाना पड़ा. इसके बाद दुल्हन ने पहचान लिया कि वह उसका बड़ा भाई रंजीत साहू (32) है.
पीड़ित लड़की ने दूल्हे के बड़े भाई से शादी करने से इंकार कर दिया. उसके मुताबिक दिनेश साहू सामान्य कद काठी का था, जबकि रंजीत काफी तगड़ा था. सगाई के बाद उसने कई बार दिनेश से बातचीत की थी, लेकिन उसने ये कभी जाहिर नहीं होने दिया कि वो उसके साथ धोखाधड़ी करने वाला है. दिनेश बाल्को कंपनी में नौकरी करता है, जबकि रंजीत ठेकेदार है.
दिनेश ने सगाई के दौरान होने वाली रस्म अदाएगी में पूरे परिवार के साथ फोटो भी खिंचवाई थी. दुल्हन के पिता ने पुलिस को तमाम सबूत सौंपे. उन्होंने बताया कि दूल्हे को बतौर तिलक एक लाख दस हजार रुपये भी दिए थे. इसकी भी फोटो उन्होंने पुलिस को दी. पुलिस ने दिनेश, रंजीत और उसके पिता कृष्णा साहू के खिलाफ केस दर्ज किया है.