
पश्चिम बंगाल के मालदा जिले से सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने 1.96 लाख मूल्य के 2000 रुपये के नकली नोट जब्त किए हैं. बीएसएफ ने इस सिलसिले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार शख्स को जब्त नकली नोटों के साथ बैष्णवनगर पुलिस थाने को सौंप दिया गया है. उनसे पूछताछ की जा रही है.
जानकारी के मुताबिक, खुफिया सूचना के आधार पर सबदलपुर सीमा चौकी पर बीएसएफ के जवानों ने शनिवार शाम एक संदिग्ध को हिरासत में लिया और उसके पास से 2000 रुपये के नकली नोट जब्त किए. मालदा जिले के घेरा भगवानपुर गांव के निजिमुल हक (20) को बीएसएफ ने सीमा क्षेत्र में गिरफ्तार किया.
बीएसएफ के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर ने एक बयान में कहा कि आरोपी के पास से 1.96 लाख रुपये मूल्य के 2000 रुपये के 98 नकली नोट जब्त किए गए है. शुरूआती जांच के बाद आरोपी को स्थानीय पुलिस के हवाले कर दिया. पुलिस उससे पूछताछ कर रही है. पुलिस द्वारा उसके नेटवर्क की जानकारी ली जा रही है.
बताते चलें कि नोटबंदी के बाद पाकिस्तान और बांग्लादेश के रास्ते नकली नोटों की खेप भारत के अंदर पहुंचनी शुरू हो गई थी. भारत-बांग्लादेश सीमा पर तस्करी के जरिए बड़े पैमाने पर 2000 रुपये के नकली नोटों की भारत में सप्लाई की जा रही है. पिछले कुछ महीनों में बड़ी तादाद में नकली नोट बरामद हुए हैं.
नई करेंसी के नकली नोटों की सप्लाई बांग्लादेश के रास्ते से होती है. इसलिए बीएसएफ और बांग्लादेश बॉर्डर गार्ड्स (बीजीबी) के बीच डीजी स्तर की मीटिंग में ये मुद्दा उठाया गया था. इस मामले पर बीएसएफ के खुफिया विंग यानी 'जी ब्रांच' ने एक रिपोर्ट तैयार की थी. दावा है कि नकली नोट बांग्लादेश में भी छपने लगे हैं.
रिपोर्ट के मुताबिक नए नोटों के बाजार में आने के 100 दिनों के भीतर ही बांग्लादेश में सक्रिय तस्करों ने जाली नोट तैयार कर लिए थे. इनके नमूनों की जांच के लिए जाली नोटों को तस्करों के जरिये भारत भेजा जा गया था. सूत्रों की मानें नकली नोटों का गोरखधंधा बांग्लादेश के तस्कर आईएसआई की शह पर चला रहे हैं.