
दिल्ली के वसंत कुंज के एक फॉर्म हाउस में चल रहे कसीनो यानी जुआखाने के बारे में खबर मिलने पर जब गुरुवार की रात पुलिस ने यहां दबिश दी, तो महफिल आहिस्ता-आहिस्ता जवान हो रही थी. कसीनो व्हील्स लगाए जा चुके थे. टोकन और काउंटर मनी के ढेर लगे थे. नंबर लिखे जा रहे थे. शराब, शबाब और हुक्के की मजा लेने का भी पूरा इंतजाम था. लेकिन इससे पहले कि यहां ग्राहकों की भीड़ लगती. दांव पर दांव खेला जाता. लोग करोड़पति से खाकपति बनते. पुलिस ने मजा किरकिरा कर दिया.
कसीनो के अंदर पहुंचने पर पुलिसवालों को जो मंज़र नज़र आया, वो ये बताने के लिए काफी था कि जुए के धंधेबाजों ने यहां बंद कमरे के अंदर अपना कितना जालबट्टा फैला रखा था. कसीनो में जुआ खेलने-खिलाने के इंतजाम तो थे ही ग्राहकों के खास मनोरंजन के लिए यहां बहुत सी लड़कियां भी थीं. जो कसीनो में आनेवाले मेहमानों को खिलाने-पिलाने के साथ-साथ उनके दूसरे जरूरतों का भी ख्याल रखती थी. पिछले हफ्ते भर के दौरान दिल्ली में ये दूसरा मौका है, जब पुलिस ने कसीनो की काली दुनिया से पर्दा हटाया.
वसंत कुंज के इस कसीनो के साथ खास बात ये थी कि इस कसीनो के मालिक ने ग्राहकों को खुश करने के लिए हुस्न-शबाब का इंतजाम भी कर रखा था. यही वजह है कि जब पुलिस ने यहां छापेमारी की तो तीन ग्राहक और चार कारिंदों के साथ-साथ चार ऐसी लड़कियां भी मिलीं, जो इसी कसीनों में काम करती थी. पुलिस की नाक के नीचे ये काला कारोबार करीब एक साल से चल रहा था. कसीनो में दांव लगाने के शौकीन अपने-अपने मोबाइल फोन के जरिए जुए के धंधेबाजों से राब्ता कायम करते.
बताए हुए दिन और वक्त पर अपनी किस्मत आजमाने पहुंच जाते थे. लेकिन दिवाली को देखते हुए इन दिनों इस कसीनो का काम कुछ ज़्यादा ही उरूज पर था. ज़िक्र ए खास ये है कि देश भर में दिवाली के मौके पर जुआ खेलने का रिवाज है. इसी रिवाज के चलते इन दिनों दिल्ली में भी कसीनो का काम कुछ ज़्यादा ही चल रहा है. फिलहाल पुलिस ने इस जुएखाने से तीन कसीनो व्हील, लाखों रुपए, बोर्ड, कार्ड्स, ताश के पत्ते, हुक्के, बोतलें, टोकन और दूसरी चीजें बरामद की हैं.