
सीबीआई ने हत्या के करीब तीन साल बाद 24 सितंबर, 2019 को कर्नाटक सरकार के अनुरोध पर एक केस दर्ज किया था. 2019 से पहले इस केस की जांच धारवाड़ की स्थानीय पुलिस कर रही थी. स्थानीय पुलिस ने सितंबर 2016 को एक फाइनल रिपोर्ट स्थानीय कोर्ट में पेश की थी. पुलिस ने जो चार्जशीट तैयार की थी, उसमें 6 लोगों का नाम दर्ज था.
एफआईआर के मुताबिक जब गौड़ा 15 जून 2016 को अपने जिम में पहुंचे, तभी 6 लोगों ने उनकी आंख में मिर्च फाउडर फेंक दी, वहीं उनकी हत्या कर दी गई. आरोपी अपने साथ 3 बाइक लेकर आए थे, हत्या के बाद वे उसी पर बैठकर फरार हो गए.
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न्यायिक हिरासत में हैं आरोपी
सीबीआई ने जांच के दौरान संतोष सवादत्ती, दिनेश एम, सुनील के, हर्षित, अश्वथ, नजीर अहमद, शहनवाज और नूतन केएस के खिलाफ जांच की. सभी सातों आरोपी फिलहाल पुलिस की न्यायिक हिरासत में हैं, वहीं एक आरोपी जमानत पर है. सीबीआई की चार्जशीट में सभी आरोपियों के नाम दर्ज हैं.
दो बार धारवाड़ आए थे आरोपी
सीबीआई के प्रवक्ता आरके गौर ने कहा, 'जांच में यह खुलासा हुआ है कि आरोपी जून 2016 में दो बार धारवाड़ आए. सभी आरोपियों ने मिलकर हत्या की साजिश रची. अपराधी अपराध करने के बाद फरार हो गए.'