
आध्यात्मिक विश्वविद्यालय के नाम पर सैकड़ों लड़कियों को बंधक बनाकर अनाचार करने वाले फर्जी बाबा बने वीरेंद्र देव दीक्षित पर कानून का शिकंजा कसने लगा है. सोमवार को CBI दिल्ली के विजय विहार स्थित आश्रम में पहुंची. सीबीआई के साथ महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल और SFL की टीम भी पहुंची है.
बाबा के आश्रम में जो सेविका है, उनसे पूछताछ की जा रही है. गौरतलब है कि अब तक वीरेंद्र देव सीबीआई के हाथ नहीं लग पाया है. भंडाफोड़ होने के बाद से ही फरार चल रहे वीरेंद्र देव की तलाश में सीबीआई जगह जगह छापेमारी कर रही है.
दिल्ली हाईकोर्ट भी वीरेंद्र देव के वकील को फटकार लगा चुका है कि वीरेंद्र देव को एक महीने के अंदर कोर्ट में पेश होने का आदेश दिया गया था, लेकिन वीरेंद्र देव अब तक फरार ही चल रहा है.
हाईकोर्ट के आदेश के बावजूद नहीं हटा आश्रम के नाम से 'विश्वविद्यालय'
दिल्ली हाईकोर्ट ने हाल ही में आदेश दिया था कि वीरेंद्र देव द्वारा चलाए जा रहे आश्रमों के नाम के आगे से विश्वविद्यालय हटा दिया जाए. लेकिन आदेश दिए कई दिन हो चुके हैं, लेकिन अब तक आश्रम के नाम के आगे विश्वविद्यालय उसी तरह लगा हुआ है.
आश्रम के नाम से विश्वविद्यालय न हटाने को लेकर हाई कोर्ट ने वीरेंद्र देव के वकील को भी फटकार लगाई है. इसी सिलसिले में CBI सोमवार को वीरेंद्र देव के विजय विहार स्थित आश्रम पहुंची और घंटों तलाशी अभियान और जांच-पड़ताल चलता रहा.
आपको बता दें कि इसी आश्रम से पहले भी पुलिस ने कई लड़कियों को मुक्त कराया था, जिनमे से कई नाबालिग बच्चियां भी शामिल थीं. साथ ही इस आश्रम की तलाशी भी ली जा चुकी है और जांच भी की जा रही है.
सोमवार को वीरेंद्र देव के आश्रम में छापेमारी के बाद महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने बताया कि आश्रम के अंदर काफी कुछ बदलाव किया गया है, जिससे सबूतों को छिपाया जा सके. पहले हुई छापेमारी में जो चीज़ जिस जगह पसर थी, उसको वहां से हटा दिया गया है. स्वाति मालीवाल ने सीबीआई से मांग की है कि इस मामले में तेजी से जांच करते हुए आरोपी बाबा को गिरफ्तार किया जाए.