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आगे से न हो पेपर लीक, आज 8591 सेंटर्स पर सबसे बड़ी मॉक ड्रिल

10वीं के मैथ के एग्जाम के लिए 4,453 सेंटर्स और 12वीं के इकोनॉमिक्स के एग्जाम के लिए 4,138 सेंटर्स स्थापित किए गए हैं.

सीबीएसई आज करेगी मॉक ड्रिल सीबीएसई आज करेगी मॉक ड्रिल
आशुतोष कुमार मौर्य
  • नई दिल्ली,
  • 30 मार्च 2018,
  • अपडेटेड 8:54 AM IST

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) लीक हुए दो पेपर्स की दोबारा परीक्षा करवाए जाने को लेकर अतिरिक्त सतर्कता अपना रही है. CBSE ने 10वीं के मैथ और 12वीं के इकोनॉमिक्स की परीक्षाएं दोबारा कराने का फैसला किया है और इस बार किसी भी तरह की गड़बड़ी से बचने के लिए एग्जाम सेंटर्स पर प्रश्नपत्र इंटरनेट के जरिए भेजे जाएंगे.

सीबीएसई ने दोनों पेपर्स की दोबारा परीक्षा के लिए देशभर में 8591 सेंटर्स बनाए हैं. इनमें से 10वीं के मैथ के एग्जाम के लिए 4,453 सेंटर्स और 12वीं के इकोनॉमिक्स के एग्जाम के लिए 4,138 सेंटर्स स्थापित किए गए हैं. इस बार किसी भी तरह की गड़बड़ी से बचने के लिए इन सभी सेंटर्स पर आज (शुक्रवार) को मॉक ड्रिल की जाएगी.

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हर सेंटर के सुपरिंटेंडेंट को सीबीएसई की ओर से सर्कुलर भेजा गया है, जिसमें कहा गया है कि एग्जाम के लिए क्वेश्चन पेपर्स की हार्ड कॉपी नहीं भेजी जाएगी, बल्कि इसे एग्जाम सेंटर पर ही इंटरनेट के जरिए डाउनलोड किया जाएगा.

सर्कुलर के मुताबिक, प्रत्येक एग्जाम सेंटर के सुपरिंटेंडेंट के रजिस्टर्ड ईमेल आई या मोबाइल नंबर पर एक URL एड्रेस भेजा जाएगा. सुपरिंटेंडेंट सेंटर पर मौजूद कंप्यूटर स्टाफ की मदद से और एग्जाम कोऑर्डिनेटर की मौजूदगी में उस URL को खोलेगा और भेजे गए पासवर्ड के जरिए लॉग इन करेगा.

सीबीएसई दोनों पेपर्स के लिए दो पासवर्ड भेजेगी. पहला पासवर्ड दो बजकर 45 मिनट पर और दूसरा पासवर्ड 3.0 बजे भेजा जाएगा. इसके बाद एग्जाम सेंटर का सुपरिंटेंडेंट उन पेपर्स की 150 कॉपियां प्रिंट करेगा और सेट तैयार करने के बाद 4.0 बजे रिजनल ऑफिस को कन्फर्मेशन भेजेगा. सूत्रों के मुताबिक, एग्जाम सेंटर का सुपरिंटेंडेंट उस स्कूल का प्रिंसिपल ही होगा.

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पेपर लीक करने वाले मास्टरमाइंड की तलाश जारी

सीबीएसई पेपर लीक मामले की जांच में जुटी क्राइम ब्रांच ने अब तक इस मामले में 25 लोगों से पूछताछ की गई है, जिनमें 18 स्टूडेंट्स और 5 ट्यूटर शामिल हैं. हालांकि अब तक क्राइम ब्रांच उस मास्टरमाइंड तक नहीं पहुंच पाई है, जिसने दोनों व्हाट्सऐप पर दोनों पेपर लीक किए.

इससे पहले पुलिस ने दिल्ली में कोचिंग सेंटर चलाने वाले विकी नाम के एक शख्स को मास्टरमाइंड होने के शक में गिरफ्तार किया था, लेकिन जांच में पता चला कि विकी को भी दोनों पेपर व्हाट्सऐप के जरिए ही मिले थे.

स्टूडेंट्स का जंतर-मंतर पर प्रदर्शन

इस बीच सीबीएसई के स्टूडेंट्स ने लीक हुए दोनों पेपर्स के एग्जाम दोबारा कराने के सीबीएसई के फैसले के खिलाफ दिल्ली में जंतर-मंतर पर धरना प्रदर्शन किया. पेपर लीक से देशभर में स्टूडेंट्स और पैरेंट्स में गुस्सा है. जगह-जगह विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. अब तक पूरे मामले में चुप रहीं सीबीएसई की चीफ अनिता करवाल ने मुंह खोला है.

अनीता करवाल ने गुरुवार को कहा कि स्टूडेंट्स के हितों का ध्यान में रखकर ही फिर से एग्जाम कराने का फैसला किया गया है. हालांकि उन्होंने एग्जाम की नई तारीख की घोषणा नहीं की. इस बीच दिल्‍ली के स्‍पेशल सीपी आरपी उपाध्‍याय ने भी प्रेस कॉन्‍फ्रेंस कर इस मामले में नए खुलासे के बारे में मीडिया को बताया.

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आरपी उपाध्‍याय ने बताया कि सीबीएसई के रीजनल डायरेक्‍टर की शिकायत पर 2 केस दर्ज किया गया है. 27 मार्च को पहला केस दर्ज हुआ. 28 मार्च को दूसरा केस दर्ज किया गया. क्राइम ब्रांच के आलोक कुमार इस जांच को लीड कर रहे हैं. 25 लोगों से अब तक पूछताछ हुई हे. 18 छात्रों से भी पूछताछ हुई है, जिसमें 5 पहले ईयर के छात्र हैं. साथ 5 ट्यूटर्स हैं. पेपर परीक्षा होने से बहुत पहले लीक हो चुका था. आरपी उपाध्‍याय ने बताया कि हम जांच द्वारा पेपर लीक करने वाले शख्‍स तक पहुंचाना चाह रहे हैं. आरपी उपाध्‍याय ने बताया कि अब तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है.

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